प्रदेश में 25 जनवरी तक सबको टीके की पहली खुराक जरूर मिले: योगी



-मुख्यमंत्री योगी ने उच्चस्तरीय टीम-09 की बैठक कर कोविड की समीक्षा की

लखनऊ - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से टीम-9 की बैठक कर कोविड व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने 22 जनवरी तक 18 साल से कम उम्र के प्रत्येक युवा को और 25 जनवरी तक प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को कोविड टीका लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए प्रत्येक जिले में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 94.54% लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 60% से अधिक आबादी कोविड टीके की दोनों डोज ले चुकी है। प्रदेश में टीकाकरण की यह स्थिति राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।

विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 42℅ किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 35% पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है। यह सुनिश्चित किया जाए कि 22 जनवरी तक किशोर वर्ग को तथा 25 जनवरी तक प्रदेश के हर नागरिक को टीके की पहली खुराक जरूर मिल जाए। जिनकी दूसरी डोज बकाया हो, उनकी सूची तैयार कर संपर्क-संवाद बनाएं और टीकाकवर दिलाएं।

उन्होंने कहा कि कोरोना के अब तक के रिकॉर्ड में एक दिन अधिकतम 38 हजार नए केस दर्ज किए गए थे। वहीं इस बार की लहर में एक दिन में अधिकतम 17 हजार केस आए हैं। ओमिक्रोन की तीव्रता और पॉजिटिविटी दर को देखें तो स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है। सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है। लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोविड की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए प्रत्येक जिले में कम से कम एक बड़ा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में आरक्षित किया जाए। इस बारे में जनसामान्य के बीच प्रचार-प्रसार भी होना चाहिए। अन्य अस्पताल नॉन कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध रहें। ओपीडी सेवाओं को कोविड प्रोटोकॉल का साथ संचालित रखा जाना चाहिए।

पिछले 24 घंटों में दो लाख आठ हजार 308 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 14 हजार 803 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए। इस दौरान 20 हजार 191 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की एक लाख एक हजार 114 है। इनमें से 99 फीसद लोग घर पर ही उपचाराधीन हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोविड की नई लहर के बीच प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पारंपरिक मेले, स्नान पर्व आदि के आयोजन भी हो रहे हैं। यह कोविड प्रबंधन के यूपी मॉडल का ही एक उदाहरण है कि प्रयागराज में विशाल पारंपरिक माघ मेला सकुशल चल रहा है। कहीं से भी संक्रमण के अत्यधिक प्रसार, अथवा अन्य किसी अव्यवस्था की सूचना नहीं है। स्वास्थ्य सम्बन्धी एहतियात बरतते हुए लाखों श्रद्धालु पूजन-अर्चन कर रहे हैं। इसके लिए हमारे स्वास्थ्यकर्मी, स्थानीय प्रशासन व श्रद्धालुगण बधाई के पात्र हैं। सतर्कता-सावधानी का यह क्रम सतत बना रहे।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण में अन्य राज्यों के सापेक्ष प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 23 करोड़ 44 लाख 43 हजार से अधिक डोज लगाई जा चुकी है। जबकि नौ करोड़ 67 लाख से अधिक टेस्टिंग हो चुकी है। यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है। टीकाकरण की जिलावार समीक्षा की जाए। कम टीकाकरण वाले जिलों में विशेष प्रयास की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियां घर-घर पहुंचें। संदिग्ध लोगों की पहचान करें, टेस्ट कराएं और मेडिकल किट उपलब्ध कराएं। ग्राम्य विकास, नगर विकास तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी समितियों के कार्यों की समीक्षा की जाए। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूर्णतः सक्रिय रखा जाए। होम आइसोलेशन के मरीजों का हर दिन हाल-चाल पूछा जाए। उनके स्वास्थ्य की निगरानी होती रहे। जिले की आईसीसीसी में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।