उनकी संवेदना दंगाइयों से, हमारी बेटी, किसान और जवान से: योगी



-बिजनौर में योगी ने बजाया चुनावी बिगुल, घर-घर जाकर जनता से की भेंट

बिजनौर/लखनऊ - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में एकतरफ विघटनकारी, अराजकता पैदा करने वाली, पलायन की सोची समझी रणनीति के तहत पश्चिमी उप्र को अराजकता की आग में फिर से झोंकने की साज़िश रचने वाली शक्तियां हैं। तो दूसरी ओर नए भारत के नए उत्तरप्रदेश को देश के नम्बर 01 प्रदेश के रूप में स्थापित करने के संकल्प के साथ भाजपा है। सपा, बसपा और कांग्रेस की संवेदना अपराधियों, माफियाओं के प्रति है, जबकि बीजेपी सरकार की संवेदना किसान, जवान और बेटियों की उन्नति के लिए है। यूपी के लिए बेहतर कौन है, जनता तय कर चुकी है।

मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को बिजनौर में चुनावी बिगुल फूंकते हुए कहा कि पिछली सरकारों में बिजनौर अभिशप्त था। उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर बसे इस जिले में मुख्यमंत्री आते नहीं थे। भाजपा सरकार आई तो यहां महात्मा विदुर के नाम पर मेडिकल कॉलेज स्थापित कराया गया।

बिजनौर में भाजपा प्रत्याशी शुचि मौसम चौधरी के पक्ष में जनसंपर्क करते हुए योगी ने कहा कि साल 2014 और 2017 में जब हम यहां आते थे तो एक ही शिकायत सुनते थे बेटियों की सुरक्षा का। आज बेटियां निर्भय होकर स्कूल जाती हैं। महिलाएं बिना डरे बाजार जाती हैं। किसान को उनकी फसल की वाजिब कीमत मिल रही है, युवाओं को नौकरी मिल रही है।

जनता से संवाद करते हुए सीएम ने कहा कि आपका वोट भले ही एक विधायक बनाने का है लेकिन चुनाव मुख्यमंत्री बनाने का है। आपके विधायक ही मुख्यमंत्री चुनने का काम करेंगे और निर्णय तो मुख्यमंत्री ही ले सकता है। ऐसे में अगर चाहते हैं कि प्रदेश में अराजकता न हो, थाने माफिया-अपराधियों के शिकंजे में न रहे, तुष्टिकरण की राजनीति बंद हो। बिना भेदभाव हर तबके का विकास हो सके तो आपको फिर से वही सरकार बनानी है।

भाजपा व अन्य की सरकारों में फर्क साफ है : प्रभावी मतदाता संवाद के इस कार्यक्रम में योगी ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन दलों के पास जनता के हित की न तो कोई नीति थी न ही नीयत। पिछली सपा और वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यों की तुलना करते हुए योगी ने कहा कि भाजपा सरकार बनते ही सबसे पहले किसानों की कर्ज माफी, बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड और अवैध बूचड़खाने की तालाबंदी का फैसला हुआ, जबकि सपा सरकार का पहला फैसला अयोध्या पर हमला करने वाले आतंकियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेना था। दोनों सरकारों के बीच फर्क साफ है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बिना चेहरा देखे, मत-मजहब पूछे हर तबके के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का काम कर रही है। संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि किसानों और व्यापारियों से लूट कर जो पैसा उन लोगों ने इकट्ठा किया था, वह आज दीवार तोड़कर निकाला जा रहा है। प्रदेश में पिछले पांच सालों में कोई दंगा नहीं हुआ क्योंकि दंगाइयों को पता था कि अगर वे ऐसा करेंगे तो सात पीढ़ियों तक उसका हर्जाना भरते रहेंगे।