वाराणसी: भारत रत्न लता मंगेशकर को गंगा तट पर दी गई श्रद्धांजलि



-पांच नदियों के संगम पंचगंगा घाट पर मां गंगा से स्वर कोकिला के लिए मोक्ष की कामना



वाराणसी - भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर नमामि गंगे के सदस्यों ने रविवार दोपहर में पांच नदियों के संगम पंचगंगा घाट पर हाथों में गंगा जल लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

संगठन के संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में सदस्यों ने गहरा शोक भी जताया और मां गंगा से स्वर कोकिला के लिए मोक्ष की कामना की। इस दौरान राजेश शुक्ला ने कहा कि लता जी ने 26 भारतीय भाषाओं में अपने स्वर को दिया है। हजारों हिन्दी गीतों को आवाज देने वाली लता दीदी को 1989 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार तथा 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया गया था। लता जी के निधन से भारतीय संगीत के एक युग का अन्त हो गया।

राजेश ने कहा कि लता जी भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व की संस्कृति और साहित्य कला के जननी के रूप में स्थापित थी। अतुल्यनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और शौमयता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से प्रार्थना है कि आपकी आत्मा को मोक्ष व शिव सायुज्य प्राप्त हो । श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में शिवम अग्रहरी, रामप्रकाश जायसवाल, सीमा चौधरी, सत्यम जायसवाल आदि शामिल रहे।