उप्र में 2017 से पहले विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था : प्रधानमंत्री मोदी



नई दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को एक बार फिर पूरवर्ती समाजवादी पार्टी सरकार पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर निशाना साधते हुये कहा कि 2017 से पहले उप्र में विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था।

प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कान्फेंसिंग के माध्यम से जन चौपाल कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा के मतदाताओं को संबोधित कर रहे थे। पहले प्रधानमंत्री का जन चौपाल को संबोधित करने के लिए बिजनौर जाना तय था लेकिन खराब मौसम की वजह से इस दौरे को रद्द कर वर्चुअली आयोजित किया गया।

प्रधानमंत्री ने बिजनौर की जनता से कार्यक्रम में नहीं पहुंचने के लिये माफी मांगते हुये कहा कि चुनाव आयोग द्वारा कुछ ढील देने के बाद उन्होंने व्यक्तिगत रूप से बिजनौर आकर अपने अभियान की शुरुआत करने की योजना बनाई थी लेकिन मौसम की खराबी के कारण उनका हेलीकॉप्टर नहीं जा सका।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत मशहूर कवि कृष्ण कुमार की पंक्ति- “यहां तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियां। मुझे मालूम है पानी कहां ठहरा होगा” से करते हुये पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश में भी 2017 से पहले विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था। यह पानी नकली समाजवादियों के परिवार और उनके करीबियों में ठहरा हुआ था। इन लोगों को सामान्य मानवी की प्यास से कभी कोई मतलब नहीं रहा। वो सिर्फ अपनी प्यास बुझाते रहे, अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को अपना परिवार मानती है। हमारा मंत्र है- सबका-साथ, सबका-विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। इसलिए बीजेपी की सरकार में भाई-भतीजावाद और तुष्टीकरण की कोई जगह नही हैं।