खुशी फॉउण्डेशन द्वारा नि: शुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित



लखनऊ - ख़ुशी फॉउण्डेशन द्वारा संचालित ख़ुशी क्लिनिक एन्ड वैलनेस सेण्टर द्वारा रविवार को इंदिरा नगर से-15 स्थित हनुमान मंदिर में  नि: शुल्क स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया।

शिविर में 100 से अधिक मरीज़ों को स्वास्थ सम्बंधित निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श के साथ जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई गयी। डॉक्टर एसनो(DOCTOR YESNO) से गौरव शुक्ल ने बताया कि शिविर में उनकी संस्था द्वारा निःशुल्क दवा वितरण भी किया गया है। वहीं डॉ लाल पैथलैब्स द्वारा मरीजों को निःशुल्क शुगर जांच की सुविधा भी प्रदान की गयी। शिविर के दौरान खुशी क्लिनिक एन्ड वैलनेस सेण्टर से डॉ गौतम और डॉ प्रीती साहू ने मरीजों को एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति के बारे में जागरूक किया।

कैंप के दौरान खुशी क्लिनिक एन्ड वैलनेस सेण्टर की होम्योपैथिक महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. विनीता द्विवेदी ने भी निःशुल्क परामर्श दिया एवं "आओ जोड़ें सब मिलकर हाथ- मधुमेह को देंगे मात" का मूलमंत्र भी लोगों के साथ साझा किया । वहीं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अवनीश वर्मा ने शिविर में बच्चों को आजकल फैलती हुई विरुल बीमारियों के बारे में जागरूक भी किया।

खुशी फॉउण्डेशन  की ऋचा द्विवेदी ने कहा कि आजकल की भागदौड़ एवं तनाव भरी ज़िन्दगी में अधिकतर लोग अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान नहीं देते हैं। इन्ही सबको देखते हुए यह निःशुल्क शिविर आयोजित किया गया। शिविर की सफलता को देखते हुए  खुशी फॉउण्डेशन द्वारा शहर में इस तरह के और भी शिविर आयोजित किये जाएंगे। वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ नारायण द्विवेदी ने भी शिविर में मरीजों को तनाव मुक्त रहने और ह्रदय सम्बंधित रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया।

खुशी फॉउण्डेशन की तरफ से ऋचा द्विवेदी द्वारा डॉक्टर एसनो(DOCTOR YESNO) और डॉ लाल पैथलैब्स को धन्यवाद भी ज्ञापित किया गया और उन्होंने दोनों ही संस्थानों की तरफ से भविष्य में इस तरह के और भी शिविर आयोजित करने की अपेक्षा की जिससे कि स्वस्थ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ भारत का सपना साकार हो सके।

शिविर के दौरान खुशी फॉउण्डेशन के पदाधिकारियों के अलावा खुशी क्लिनिक एन्ड वैलनेस सेण्टर, गणेश मार्केट व्यापार मंडल, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ- लखनऊ के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इसके अलावा लायंस क्लब की नीलम व कांति शुक्ला ने भी शिविर में अपना सहयोग दिया एवं फार्मासिस्ट अभिजीत व दीपांशु ने भी उस कार्यक्रम को सफल बनाने में  अपना योगदान दिया।