नगर विकास मंत्री ने नगरीय परिवहन की बसों में ‘कॉमन मोबिलिटी कार्ड‘ सेवा की शुरूआत की



  • यात्रियों को किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु डिजिटल कार्ड  की मिलेगी सुविधा
  • व्यापक उपयोग के लिए इस कार्ड को आगे नेशनल मोबिलिटी कार्ड से संबद्ध कर हॉलिस्टिक बनाया जाएगा  : नगर विकास मंत्री एके शर्मा

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढाते हुये आज नगरीय परिवहन की बसों में किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु यात्रियों को डिजिटल कार्ड उपलब्ध कराने तथा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए ‘कॉमन मोबिलिटी कार्ड‘ का शुभारभ कार्ड को टिकटिंग मंशीन में स्वाइप कर किया। इस कार्ड के माध्यम से यात्री किराये का भुगतान कैशलेस कर सकेंगे। इस कार्ड के माध्यम से टिकट क्रय करने पर यात्रियों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह कार्ड प्रीपेड होगा और निःशुल्क दिया जायेगा।

नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने आज जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘संगम‘  में नगरीय बसों में कैशलेस लेनदेन हेतु इस डिजिटल कार्ड के शुभारम्भ पर कहा कि सर्वप्रथम लखनऊ में संचालित नगरीय परिवहन की सभी सीएनजी, डीजल, इलेक्ट्रिक की 270 बसों में इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके पश्चात प्रदेश के 13 अन्य बड़े शहरों में भी इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज रेहड़ी-पटरी वाले, वेण्डर, समोसा चाय बनाने वाले भी डिजिटल पेमेंट के माध्यम से लेनदेन कर रहे हैं, नगरीय परिवहन में यह व्यवस्था लागू करने से लोगों को फायदा ही होगा।

इस दौरान उन्होंने कहा कि इसका व्यापक उपयोग लोग कर सके, चाहे माल हो व मेट्रो या अन्य स्थान इसके लिए आगे इसे नेशनल मोबिलिटी कार्ड के आने पर उससे संबद्ध किया जाएगा और इसे हॉलिस्टिक बनाया जाएगा। उन्होंने इस सुविधा को नगर के टेंपो, टैक्सी, ई-रिक्शा तक ले जाने तथा कम दूरी तक के लिए भी इस सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने हेतु प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से भी जोड़ने के लिए मोबिल्टी ऐप बनाने का भी सुझाव दिया, जिससे नगरवासियों को अपने निजी वाहनों को कम निकालना पड़े और इस कार्ड के माध्यम से उन्हें अपने गंतव्य तक परिवहन की सुविधा भी आसानी से मिल जाए। उन्होंने बसों में, बस स्टेशनों में तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों में इसका प्रचार प्रसार कराने को कहा। यह कार्ड बस में कंडक्टर से तथा बस स्टेशनों में भी मिलेगा। एक बार चार्ज खत्म होने पर ऑनलाइन चार्ज की व्यवस्था रहेगी,जो की बसों में भी उपलब्ध रहेगी।

वहीं डॉ रोशन जैकब ने नगरीय परिवहन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शहर में ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को शहर के अंदर तथा सीएनजी बसों को शहर के बाहर मोहनलालगंज, दुबग्गा मलिहाबाद के क्षेत्र में चलाया जा रहा। लखनऊ में मेट्रोपॉलिटन व्यवस्था के तहत ही बसों का संचालन किया जा रहा। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी रूट में यात्री को 03 से 05 मिनट से ज्यादा की प्रतीक्षा न करनी पड़े। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में 88 हजार किमी बसें चली। वर्ष 2022-23 में 1.08 करोड़ किमी बसे चली। किराया भी 19 रुपए से बढ़कर 24 रुपए किया गया। बसों का लोड फैक्टर 59 से बढ़कर 70 हो गया है। प्रति बस 121 से बढ़कर 157 किमी अब चल रही हैं । यात्रियों की संख्या भी 87 लाख से बढ़कर 1.40 करोड़ तक हो गई है। कल एक दिन में यात्रियों के यात्रा करने की संख्या 44 लाख थी।