गंभीर सेप्सिस से ग्रसित जच्चा बच्चा को मिली नई जिंदगी



लखनऊ। विवेकानंद अस्पताल के डॉक्टरों ने सफल सर्जरी कर जच्चा बच्चा को नई जिंदगी दे दी है। शनिवार को सचिव मुक्तिनाथानंद ने बताया कि 22 वर्षीय बबली 9 माह की गर्भावस्था के साथ संस्थान में भर्ती हुई थी। जिसे मल्टी ऑर्गन डिसफंक्शन के साथ गंभीर सेप्सिस से ग्रसित थी। जिससे गर्भ में पल रहे शिशु के जीवन पर संकट मडंरा रहा था और रक्त जांच में बढ़ी हुई टीएलसी,एसपीसीटी,एलएफटी का भी काफी खराब स्तर था। इस स्थिति में सर्जरी करना भारी जोखिम भरा था। इसके बावजूद भी संस्थान के चिकित्सा एवं शल्य विशेषज्ञों की टीम ने बच्चे और मां को बचाने के लिए आपातकालीन सर्जरी की योजना बनाई और सामान्य एनेस्थीसिया के तहत सर्जरी की गई।

सर्जरी के बाद मरीज को सघन चिकित्सा कक्ष आईसीयू में स्थानांतरित करने के पश्चात मरीज को परफ्यूजन पीवी ब्लीड होना शुरू हो गया। वहीं पैरामेडिकल स्टाफ ने बिना देरी किये मरीज को पुन: ओटी में स्थानांतरित किया जब चिकित्सकों ने कुशल प्रबंधन करते हुए रक्त स्राव को रोकने में कामयाब हो गये।उन्होंने बताया कि मरीज को 2 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखकर रक्त की कमी को पूरा करने के लिए रक्त ट्रांसफ़्यूज किया गया। वहीं आपरेशन को सफल बनाने वाली टीम में डॉ. केके अग्रवाल, डॉ. वीरेंद्र शर्मा, डॉ. राजलक्ष्मी भंडारी, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. विवेक सचान, डॉ. सुधीर कुमार,डॉ. सोनिका गौ, नर्सिग, पैरामेडिकल,सहयोगी स्टाफ शामिल रहे।