पोषण जागरूकता हेतु प्रचार प्रसार वाहन रवाना



  • सदर विधायिका व मुख्य विकास अधिकारी ने दिखाई हरी झंडी
  • गर्भवतियों की हुई गोदभराई और 6 माह पूर्ण कर चुके बच्चों का कराया अन्नप्राशन

औरैया  - राष्ट्रीय पोषण माह के तहत शुक्रवार को ककोर स्थित विकास भवन से मुख्य अतिथि सदर विधायिका गुडिया कठेरिया एवं मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह की उपस्थिति में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया।इसके पश्चात जागरूकता हेतु प्रचार प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह प्रचार वाहन जिले में घूम कर पोषण माह संबंधी गतिविधियां का प्रचार करेगा और लोगों में स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जागरूकता फैलाएगा। कार्यक्रम के दौरान दो गर्भवती महिलाओं की गोदभराई हुई। इसके साथ ही दो बच्चों का अन्नप्राशन एवं पांच स्वस्थ बालक/बालिकाओं को स्वस्थ्य बालक-बालिका का प्रमाण पत्र भी दिया गया।

इस दौरान सदर विधायिका गुडिया कठेरिया ने कहा कि जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि राष्ट्रीय पोषण माह पूरी तरह से सफल रहे। उन्होंने सभी जिले वासियों से राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान उन्हें दी जाने वाली महत्वपूर्ण जानकारियों का पालन करने एवं उन्हें आत्मसात करने की अपील की। मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने कहा की इस वर्ष अभियान की मुख्य थीम "सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत" निर्धारित की गई है। पोषण अभियान के अन्तर्गत छह वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली धात्री माताओं तथा किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार किये जाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्मा ने कहा की वर्ष 2018 से हर साल सितम्बर को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। सभी को संबोधित करते हुए पोषण माह के बारे में कहा कि यह माह नौनिहालो एवं गर्भवती माताओं के प्रति समर्पित होगा । जिससे देश के भावी भविष्य के स्वास्थ्य एवं पोषण पर ध्यान देते हुए उनमें व्याप्त कुपोषण को समाप्त किया जायेगा। प्रधानमत्री एवं प्रदेश मुख्यमंत्री का यही सपना है कि देश का हर बच्चा जो की देश का भविष्य है वह स्वस्थ एवं सुपोषित हो ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस माह प्रमुख रूप से ‘प्रभावी स्तनपान व संपूरक आहार’, ‘स्वस्थ बालक स्पर्धा’, ‘पोषण भी पढ़ाई भी’, ‘मिशन लाइफ के माध्यम से पोषण स्तर में सुधार’, ‘मेरी माटी-मेरा देश’, 'मोटे अनाज ' एवं 'पोषण वाटिका' की उपयोगिता व महत्व, ‘जनजातीय केन्द्रित पोषण अभिमुखीकरण’ एवं ‘एनीमिया (खून की कमी) स्तर में सुधार के लिए परीक्षण, उपचार व संवाद’ पर ज़ोर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त पोषण माह के दौरान किये जा रहे कार्यक्रमों व गतिविधियों के फोटोग्राफ तथा वीडियो एवं उसका संक्षिप्त विवरण सहित नियमित रूप से जन आन्दोलन डैशबोर्ड ‘पोषण अभियान’ पर अपलोड किया जाएगा। पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर भी नियमित डाटा फीडिंग पर ज़ोर दिया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी कामिनी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक सहित सुधा त्रिपाठी समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी/प्रभारी, समस्त ब्लॉक समन्वयक एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं।