Search
Close this search box.
IAS Coaching
Search
Close this search box.

instagram bio for boys stylish font
instagram vip bio
instagram stylish bio
stylish bio for instagram
sad bio for instagram in hindi
sanskrit bio for instagram
instagram bio in marathi
rajput bio for instagram
facebook status in hindi
facebook page name ideas

मछली सच में लकी है, इस बेरोजगार युवक को बना दिया लखपति! सालभर में होती है 25 लाख की कमाई

बांका. अगर आप रोजगार की तलाश में हैं और नौकरी नहीं मिल रही तो निराश न हों. कुछ नया काम भी कर सकते हैं. जैसे मछली पालन. मछली को शुभ माना जाता है. और सच में ये जिंदगी के लिए शुभ हो सकती है. बशर्ते इसका पालन समझदारी से किया जाए.

बांका जिले के पतवारा गांव में आशुतोष कुमार सिंह रहते हैं. उन्होंने ऐसा ही किया. उन्होंने 15 बीघा में चार तालाब बनवाए और उनमें मछली के बीज डाल दिए. बीज मछली बन गए और आशुतोष तो लखपति बना दिया. आशुतोष आज सालाना 25 लाख रुपए से ज्यादा कमा रहे हैं.

झटका खाने के बाद सुधरे
आशुतोष कुमार सिंह बताते हैं वो पिछले दस साल से मछली पाल रहे हैं. शुरुआत एक छोटे तालाब से की. तब कुछ पता नहीं था. ट्रेनिंग भी नहीं ली थी. इसलिए काफी नुकसान हुआ. झटका खाने के बाद उन्होंने ऑनलाइन ट्रेनिंग ली और नये सिरे से मछली पालन शुरू किया. आज उनके पास 15 बीघे में चार तालाब हैं. इसमें सीलन , आइएमसी रेहू,कातल, मिर्गन, ग्लास कप मछलियां पल रही हैं.

मछली और मछली का भाव
आशुतोष बताते हैं सीलन और आइएमसी मछली पालने में काफी अधिक मुनाफा होता है. सीलन से ही आइएमसी मछलियां तैयार हो जाती हैं. सीलन मछली को 1 किलोग्राम तक तैयार करने में करीबन 80-90 रुपए तक का खर्च आता है. सीलन मछली मछली के बीट और हरे चारे से तैयार होती है. सीलन मछली 7 से 8 महीने में तैयार होती है वही आईएमसी मछलियों में 13 महीने का समय लगता है. सीलन 110 रुपए में और आइएमसी नस्ल की मछली 250 रुपए किलो में बिकती है.

कैसे करें देख रेख
किसान ने बताया तालाब में 15 दिन के अंतराल पर 15 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से चूने का इस्तेमाल करना चाहिए. मछलियों को संक्रमण से बचाने के लिए प्रति एकड़ 400 ग्राम पोटेशियम परमेग्नेट या 500 मिलीग्राम प्रति एकड़ की दर से वॉटर सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें. तालाब का पानी ज्यादा हरा होने पर चूने और रासायनिक खाद का इस्तेमाल बंद कर दें. 800 ग्राम कॉपर सल्फेट का इस्तेमाल पानी में घोलकर करें. मछलियों को फफूंद रोग से बचाने के लिए माह में लगातार एक हफ्ते तक प्रति किग्रा पूरक आहार में 5-10 ग्राम नमक मिलाकर खिलाना चाहिए. इस विधि से मछलियों का उत्पादन अच्छा होगा और किसानों की मोटी आमदनी होगी.

सालाना 25 लाख की कमाई
किसान आशुतोष कुमार बताते हैं मछली पालन के साथ साथ वो मछली के दाने भी बेचते हैं. इसकी बिक्री से सालाना 25 लाख से अधिक की कमाई हो रही है.

Tags: Banka News, Local18, Success Story

Source link

Aryavart Kranti
Author: Aryavart Kranti

Share this post:

Digital Griot

खबरें और भी हैं...

best business ideas in Hyderabad

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

Weather Data Source: Wetter Indien 7 tage

राशिफल

Read More