बाराबंकी: जिले के ज्यादातर किसान अब खेती-किसानी को छोड़कर मछली पालन का व्यवसाय करने लगे है. क्योंकि जिन खेतों से पहले मामूली आमदनी हो पाती थी, उन्हीं में तालाब खुदवा कर किसान मछली पालन कर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. दरअसल, तालाबों में मछली पालन कर किसानों द्वारा कई गुना ज्यादा मछलियों का उत्पादन किया जा सकता है. क्योंकि तालाब में अलग-अलग मछलियां पाली जाती हैं. मछलियों के तालाब में पर्याप्त भोजन की व्यवस्था आराम से हो जाती है और इसमें एक बार मछली पालन शुरू कर देते हैं, तो आप इससे लगातार कमाई कर सकते हैं.
6 माह में होती है 7-8 लाख की कमाई
जनपद के ज्यादातर किसान मछली पालन की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं. वही बाराबंकी जिले के रसूलपुर गांव के रहने वाले अमित कुमार पारंपरिक खेती छोड़कर मछली पालन शुरू किया. जिसमें उन्हें कई सालों से लाखों रुपए का मुनाफा होता है. वह अपने यहां कई प्रकार की मछलियों का पालन कर रहे हैं. जिसमें बेकार, रोहू, सिंघी जैसी तमाम प्रकार की मछलियां है. इनमें बेकर प्रजाति की मछली का पालन ज्यादा करते हैं, क्योंकि बाजारों में इसकी काफी डिमांड रहती है. आज वह अपने इस व्यवसाय से 6 महीने में 7 से 8 लाख रुपए तक की आमदनी कर रहे हैं. इस व्यवसाय में कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.
धान, गेहूं की खेती छोड़ किया शुरू
मछली पालक अमित कुमार ने बताया पहले हम धान, गेहूं की खेती करते थे. उसमे हमें इतना मुनाफा नहीं मिल पाता था. फिर मुझे मछली पालन करने की जानकारी हुई है, तो हमने दो तालाब में मछली पालन किया. उसमें हमें अच्छा फायदा मिला. उसके बाद मैंने 5 बीघे में पांच तालाब बनवाएं. जिसमें कई तरह की मछली पालन कर रहे हैं. करीब एक तालाब में चार लाख रुपए का खर्च आता है, क्योंकि इसमें मछली का जो दाना होता है. वह भी काफी महंगा मिलता है. इसमें नमक चुना लगता है. जिससे खर्च थोड़ा ज्यादा आ जाता है. वही मुनाफे की बात करें तो खर्च निकाल करके करीब 7 से 8 लाख रुपए तक बचत होती है.
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FIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 17:19 IST