गांधी, लोहिया और जेपी के विचारों को आगे बढ़ाते रहे चंद्रशेखर
चंदौली। धानापुर शहीद स्मारक परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 17वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस दौरान 24 का जनादेश, क्या है संदेश विषयक संगोष्ठी हुई। जिसमें ज्यादातर वक्ता चंद्रशेखर को याद करने बजाय मोदी शाह की आलोचना करते रहे। कार्यक्रम में इंडी गठबंधन के कई घटक दलों के नेता शामिल रहे। मुख्य अतिथि आप सांसद संजय सिंह एवं विशिष्ट अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह ने स्व. चंद्रशेखर के चित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि चंद्रशेखर अपने विचारो पर दृढ़ता से खड़े रहने वाले विशिष्ट नेता थे। उनकी आवाज सड़क से सदन तक निर्भीक रही। उन्होंने हमेशा धर्मनिरपेक्षता, स्वस्थ समाजवाद, भाई चारे और अहिंसा के लिए आवाज उठाई। गांधी, लोहिया और जयप्रकाश नारायण के विचारो को आगे बढ़ाते रहे। लेकिन आज राजनीति के मायने बदल गए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर जी की 17 वीं पुण्यतिथि पर धानापुर, चंदौली में आयोजित सभा में सम्मिलित हुआ। विनम्र श्रद्धांजलि । pic.twitter.com/ainSSjFLPk
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 8, 2024
भाजपाइयों ने तो समाजवाद की परिभाषा ही बदल दी है। यूपी के सीएम रहे अखिलेश यादव ने जब सरकारी बंगला खाली किया था तब भाजपाईयों ने पूरे घर को गंगा जल से धोया। उससे भी घिनौना काम तब हुआ जब कन्नौज से चुनाव लड़ते समय अखिलेश यादव एक मंदिर में अपने पत्नी के साथ दर्शन पूजन करने गए तो वहां से उनके वापस जाते ही भाजपाइयों ने पूरे मंदिर को गंगा जल से धुलवाया। हमें इस विचारधारा को मारना होगा। जड़ से खत्म करना होना। तभी भारत में समाजवाद जिंदा हो पायेगा। यदि चंद्रशेखर, गांधी और लोहिया के विचारो का समाज बनाना है तो सबसे पहले छुआछूत, जातीय एवं धार्मिक भेदभाव, अमीर और गरीब जैसे विचार को मिटाना होगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री सदन में बोलने की मर्यादा खो दिए है। उन्हें क्या बोलना है। क्या नही बोलना है, इसका उन्हें कोई ज्ञान नहीं रह गया है। आज सच बोलने पर, सवाल पूछने पर सदन से निष्कासित कर दिया जाता है। किंतु यदि आज चंद्रशेखर जिंदा होते तो सच में उनकी आत्मा रोती। विशिष्ट अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि 24 का जनादेश किसी को सरकार बनाने का नहीं, बल्कि मजबूत विपक्ष बनाने का है।उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षो से किसान, नौजवान परेशान है। जनता का धन पूजीपतियों में बाटा जा रहा है। भाजपा ने भले ही छल से अपनी सरकार बना ली हो, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता ने इंडिया गठबंधन को 43 सीट देकर यह साफ कर दिया है कि अब भारतीय राजनीति के साथ साथ यूपी की राजनीति से भी उनका सफाया होने जा रहा है। इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र पटेल, शिव कुमार सिंह, पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह, डॉ गया सिंह, कुंअर सुरेश सिंह, मनोज काका, हरदेव कुशवाहा, हौसिला कुशवाहा, रोहित सिंह, शाह आलम खान, अंजनी सिंह, आरती कुशवाहा, दीनानाथ श्रीवास्तव, रामजनम यादव, रमेश यादव, राजीव यादव, सिराजुद्दीन भुट्टो आदि अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राधेश्याम सिंह एवं संचालन रामधनी सिंह यादव ने किया।
श्रद्घांजलि समारोह में जुटे इंडिया गठबंधन के अधिकांश नेता भाजपा नेताओं खासकर मोदी और अमित शाह को कोसने के चक्कर मे चंद्रशेखर के व्यक्तित्व-कृतित्व पर चर्चा करना भूल गए। जिसकी चारों तरफ चर्चा रही। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने पुण्यतिथि की आड़ में भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी की जमकर आलोचना किया। उनपर पूंजीवाद को बढ़ावा देने और देश लूटने का आरोप लगाया।
चर्चा में रही शीर्ष नेताओं की दूरी !
चंदौली। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद राम किशुन, सकलडीहा के वर्तमान विधायक प्रभु नारायण यादव, सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू, जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव इस श्रद्धाजंलि सभा मे कहीं नहीं दिखे।चर्चा रही कि जो नेता भविष्य में भी टिकट पाने की होड़ में लगे हुए हैं उन्हें कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व एमएलसी बाबू अरविंद सिंह, मनोज काका एवं कई अन्य नेता अपनी अपनी ब्रॉन्डिंग करने में मशगूल नजर आए।