मुंबई। बिग बॉस ओटीटी 3 शो जब से शुरू हुआ है तब से किसी न किसी वजह से लाइमलाइट का हिस्सा बना हुआ है। रणवीर शौरी ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के घर के सबसे मजबूत प्रतियोगियों में से एक बनकर उभरे हैं। जहां शो में रणवीर का लगभग सभी घरवाले सम्मान करते हैं, वहीं कुछ प्रतियोगियों ने उनसे बार-बार उनकी निजी जिंदगी, कोंकणा सेन शर्मा से उनके अलगाव और बहुत कुछ के बारे में सवाल किए हैं।
शो के हालिया एपिसोड में एक बार फिर ऐसा ही हुआ, जहां नैजी रणवीर से कोंकणा से तलाक के बारे में सवाल करते नजर आए। उन्होंने रणवीर से कहा कि वह उनकी बात पर ध्यान न दें और फिर इंडस्ट्री में तलाक की बढ़ती दर के बारे में सवाल करने लगे। नैजी को जवाब देते हुए रणवीर ने उनसे कहा कि ऐसा सिर्फ इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि हर जगह है। रणवीर इसका कारण विचारों में बदलाव और नारीवादी आंदोलन में बढ़ोतरी को भी मानते हैं। रणवीर कहते हैं, ”इसका इंडस्ट्री से कोई लेना देना नहीं है, ये वक्त जहां दुनिया है ना उसे लेना देना है। ये जो नारीवादी आंदोलन है, उसका कभी-कभी गलत उपयोग भी किया जाता है। कभी-कभी आदमी नहीं झेल पाते उसको, कभी-कभी औरतें उसको एब्यूज भी करती हैं।”
रणवीर फिर कहते हैं, “तो उसका इंडस्ट्री से कोई लेना देना नहीं है, वो सब जगह है। नारीवादी आंदोलन भी जरूरी है। इतिहास में मेरे हिसाब से जो महिलाओं को गलत ट्रीटमेंट मिला है ना, उसकी वजह एक ही है। वो क्या है, कि महिलाएं शारीरिक रूप से पुरुषों से कमजोर होती हैं, बस इसी वजह से। इसलिए मैं कहता हूं नारीवादी आंदोलन इसलिए जरूरी है।”
विवाह एक साझा उत्तरदायित्व है। इसके लिए किसी एक पक्ष को पूर्ण रूप से दोषी ठहराना उचित नहीं होगा, परंतु इस तथ्य पर विचार करना आवश्यक है कि बीते कुछ दशकों में संबंधों के बिखराव के क्या कारण हैं? यक्ष प्रश्न यह है कि सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि में ऐसे क्या बदलाव आए हैं कि संबंधों का निर्वहन चुनौती बन गया है? नारीवाद की दूसरी लहर की उत्प्रेरक बेट्टी फ्रीडन की पुस्तक ‘द फेमिनिन मिस्टिक’ उस सामाजिक व्यवस्था का विरोध करती है, जिसमें महिलाओं की भूमिका विवाह और संतान उत्पत्ति स्वीकार की गई है।