Search
Close this search box.
IAS Coaching
Search
Close this search box.

शेख हसीना के इस्‍तीफे के बाद भी बांग्‍लादेश में हिंसा जारी, राजनीति में वापसी नहीं करेंगी शेख हसीना!

ढाका। बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरु हुए बवाल ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी कुर्सी छीन ली। भारी प्रदर्शन के बाद तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना को भाग कर भारत में शरण लेना पड़ा है। उनके बांग्लादेश छोड़ते ही पूरे देश में भारी बवाल देखा जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। वहीं शेख हसीना भाग कर भारत आ गई हैं। सोमवार को वह भारत पहुंची और वह यहां कुछ समय के लिए शरण ले सकती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बाद में यहां से वह लंदन जा सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा और बांग्लादेश के हालात को लेकर मीटिंग की। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता परिवर्तन की बात कही है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस और उपद्रवियों के बीच हुई गोलीबारी में ढाका के बाहर सावर और धामराई इलाकों में 18 लोगों की मौत हो गई। जबकि आंसू गैस के गोले चलने और गोलीबारी में 50 लोग घायल हो गए। उत्तरा इलाके में पुलिस स्टेशन से प्रदर्शनकारियों पर हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल हो गए। गोलीबारी से गुस्साए लोगों ने पुलिस स्टेशन को घेरकर उसमें आग लगा दी। ढाका के अलग-अलग अस्पतालों ने 78 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

वहीं हबीगंज में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में छह लोगों की मौत हो गई। जबकि 100 लोग घायल हुए। तंगेल में दो और धनबारी में पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा 40 लोग घायल हो गए। वहीं लक्ष्मीपुरा इलाके में हुई हिंसा में 11 लोगों की मौत हुई। जबकि 35 लोग घायल हुए। सात लोगों के शव पूर्व जुबो लीग के नेता के घर के सामने मिले। कुश्तिया में एक किशोर समेत छह लोगों की मौत हो गई। सतखीरा में तीन लोगों की मौत हो गई।

बेहद निराश थीं शेख हसीना

बीबीसी व‌र्ल्ड सर्विस पर न्यूजआवर को दिए साक्षात्कार में जाय ने कहा कि उनकी मां शेख हसीना की कोई राजनीतिक वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हसीना रविवार से ही इस्तीफा देने पर विचार कर रही थीं। जाय ने कहा कि उनकी मां, जिन्होंने 15 साल तक बांग्लादेश पर शासन किया था, बहुत निराश थीं।

15 साल की सत्ता, 45 मिनट में छोड़ना पड़ा मुल्क... बांग्लादेश में बगावत से लेकर शेख हसीना के निकलने की पूरी कहानी - story from violence broke out in Bangladesh to Sheikh

आवामी लीग के महासचिव के होटल में आगजनी, आठ लोगों की मौत

जेस्सोर में आवामी लीग के महासचिव शाहीन चकलादार के होटल में आग लगा दी गई। इसमें आठ लोग जलकर मर गए और 84 लोग झुलसकर घायल हो गए। दो मृतकों की पहचान चयन (20) और सैजान हुसैन (19) के रूप में हुई। इसके अलावा चित्तमोर में एक होटल में आग लगा दी गई। इसका फर्नीचर जलकर खाक हो गया। खुलना में अवामी लीग के अध्यक्ष जीएम मोहसिन रजा, उनके ड्राइवर आलमगीर और निजी सहायक मोफिजुल इस्लाम की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी।

पूर्व मेयर को जलाकर मार डाला

बांग्लादेश में उपद्रवी इतने उग्र हो गए कि बारिसल में पूर्व मेयर और आवामी लीग के अध्यक्ष सेर्नियाबत सादिक अब्दुल्ला को जलाकर मार दिया गया। इसके अलावा दो और लोगों को आग लगा दी गई। गाजीपुर के सफीपुर में उपद्रवियों पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों ने गोलीबारी की। इसमें छह लोग घायल हुए। इसके अलावा गाजीपुर में अंसार के दो सदस्यों की गोलीबारी में मौत हो गई। उपद्रवियों ने अंसार-वीडीपी अकादमी पर हमला किया। इसमें 100 लोग घायल हो गए।

सांसद-मंत्री के घरों में की तोड़फोड़, लगाई आग

उपद्रवियों ने आवामी लीग पार्टी के सांसद, मंत्री के घरों और पुलिस स्टेशनों में आग लगा दी। इसके अलावा नौगांव में उपद्रवियों ने खाद्य मंत्री साधन चंद्र मजूमदार के आवास पर तोड़फोड़ और आगजनी की। नरैल में सांसद मशरफे मुर्तजा के घर में तोड़फोड़ की गई। यहां आवामी लीग के कार्यालय में आग लगा दी गई और अध्यक्ष सुभाषचंद्र बोस के घर में तोड़फोड़ की गई। नारायण गंज में सांसद शमीम उस्मान और अवामी लीग के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। कोमिला में सांसद बहाउद्दीन बहार के घर में आग लगा दी गई। चटगांव में जुबो लीग के नेता हेलाल अकबर बाबर, वार्ड नंबर 10 की पार्षद निचार उद्दीन के घर पर हमला किया गया। शहर अवामी लीग के उपाध्यक्ष अल्ताफ हुसैन और पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। सांसद एबीएम फजले करीब चौधरी के घर में आग लगाई गई।

शेरपुर जेल से 500 कैदी जेल से भागे, पुलिस स्टेशनों में लगाई आग

उपद्रवियों ने जिला जेल में घुसकर 500 कैदियों को जेल से भगा दिया। यहां भीड़ ने जुलूस निकाला। इसके अलावा चटगांव समेत छह पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया। यहां उपद्रवियों ने आग लगा दी। भीड़ ने चटगांव, पटेंगा, ईपीजेड, कोतवाली, अकबर शाह और पहाड़ाली पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया। हमलों में पुलिसकर्मी घायल हो गए। दामपारा में पुलिस आयुक्त कार्यालय और चटगांव में सेंट्रल जेल पर हमला किया गया। उपद्रवियों ने कोनाबारी और बसन पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया।

Aryavart Kranti
Author: Aryavart Kranti

Share this post:

Digital Griot

खबरें और भी हैं...

best business ideas in Hyderabad

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

Weather Data Source: Wetter Indien 7 tage

राशिफल

Read More