- घरेलू आतंकवाद के तौर पर हो रही घटना की जांच
वॉशिंगटन। दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका में इतना बड़ा हमला हो गया, पूर्व राष्ट्रपति को सरेआम गोली मार दी गई लेकिन अभी तक इसके मकसद का पता नहीं चला है। यह एक बड़ा सवाल है और इसका जवाब न राष्ट्रपति बाइडेन के पास है और न ही जांच एजेंसी FBI के पास। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई बातें कहीं। बाइडेन ने कहा कि अभी तक ट्रंप पर हमले का कोई मोटिव पता नहीं चला है। बता दें, अमेरिकी जांच एजेंसी इस पूरे मामले की घरेलू आतंकवाद के तौर पर जांच कर रहा है।
Donald Trump took a bullet for this country.
If you're voting for anyone else, you can go fuck yourself. That's where I'm at. pic.twitter.com/ARRMr1d4dW
— BLAIRE WHITE (@MsBlaireWhite) July 13, 2024
शूटर को लेकर FBI की चौंकाने वाली बात
उधर, अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने जो कहा है, वह भी चौंकाने वाला है। जांच एजेंसी ने कहा कि हमलावर अकेला था। उसने ट्रंप पर हमला क्यों किया गया? इसके पीछे उसकी मंशा क्या थी, इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। घटना की जांच हो रही है। एफबीआई के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने कहा कि शूटर भले ही मर गया हो लेकिन उसकी जांच जारी है कि उसने ऐसा क्यों किया, इसके पीछे उसकी मंशा क्या थी। क्रिस्टोफर ने कहा कि कल हमने जो देखा वह ट्रंप पर हमला नहीं बल्कि लोकतंत्र और हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर एक तरह से हमला था। हम कई एंगल से हमले की जांच कर रहे हैं। FBI ने आगे बताया कि हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के वोटर आईडी कार्ड से पता चला है कि वो ट्रंप की ही रिपब्लिकन पार्टी से था। उसने बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े एक ग्रुप को 15 डॉलर (1250 रुपए) का चंदा भी दिया था। ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव से पहले दुनिया के शक्तिशाली मुल्क के पूर्व राष्ट्रपति पर हमला होना सवालिया निशान खड़े करता है।
There's no place in America for this kind of violence – or any violence.
An assassination attempt is contrary to everything we stand for as a nation.
It’s not America, and we cannot allow this to happen.
— President Biden (@POTUS) July 14, 2024
हमले के पीछे का मकसद?
उन्होंने कहा कि एफबीआई हत्या की कोशिश करने और संभावित घरेलू आतंकवाद के तौर पर इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप पर गोली चलाने के पीछे का मकसद पता लगाने के लिए आतंकवाद रोधी प्रभाग और आपराधिक प्रभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।
सीक्रेट सर्विस के साथ एफबीआई करेगी मामले की जांच
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुगलीएल्मी के मुताबिक, यह घटना स्थानीय समयानुसार शाम 6.15 बजे हुई, जब एक संदिग्ध शूटर ने ऊंचाई वाली जगह से ट्रंप पर गोलीबारी कर दी। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने उस हमलावर को तुरंत ही मार गिराया। रैली में मौजूद एक अन्य शख्स की मौत भी हुई है, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सीक्रेट सर्विस के साथ अमेरिका की संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) मामले की जांच कर रहा है।
वायरल हुए वीडियो में ट्रंप के कान से खून बहता दिखा
गोली चलने के बाद मची अफरा-तफरी के बीच पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को एक काफिले में ले जाया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में ट्रंप के कान से खून बहता देखा जा सकता है। सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से जारी बयान के मुताबिक ट्रंप सुरक्षित हैं। इस घटना की चौतरफा निंदा की जा रही है। बाइडन, कमला हैरिस, पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने दो टूक कहा है कि अमेरिकी समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है।