नई दिल्ली। देश का बजट पेश होने में एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है। इससे पहले िवत्त मंत्री ने 1 फरवरी 2024 को दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश किया था। साल 2024 के लिए बजट तैयार होने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में मंगलवार को वित्त मंत्रालय यानी नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। हलवा समारोह को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में आयोिजत िकया गया। बजट तैयार करने की ‘लॉक-इन’ प्रक्रिया शुरू होने से पहले हर साल एक परंपरा के तहत हलवा समारोह या हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है।
कब से चल रही हलवा सेरेमनी की परंपरा?
#WATCH | Delhi: The Halwa ceremony, marking the final stage of the Budget preparation process for Union Budget 2024, was held in North Block, today, in the presence of Union Finance & Corporate Affairs Minister Nirmala Sitharaman.
A customary Halwa ceremony is performed… pic.twitter.com/mVScsFHun9
— ANI (@ANI) July 16, 2024
बजट तैयार करने की ‘लॉक-इन’ प्रक्रिया शुरू होने से पहले हर साल एक तय परंपरा के तहत हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। हलवा सेरेमनी की परंपरा आजादी से पहले से चली आ रही है। हलवा सेरेमनी का आयोजन बजट पेश करने की सभी तैयारियां पूरी होने के बाद किया जाता है। इस दौरान वित्त मंत्री के अलावा वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहते हैं। परंपरा के अनुसार हलवा सेरेमनी का आयोजन नॉर्थ ब्लॉक के नीचे बेसमेंट में बजट प्रेस में किया जाता है। हलवा बनने के बाद बजट की छपाई शुरू होती है। जिस दिन हलवा सेरेमनी के दौरान हलवा बांटा जाता है, उसके बाद बजट प्रकाशित करने वाले कर्मचारी और अधिकारी वहीं पर रहते हैं। दरअसल, वित्त मंत्रालय के बजट विभाग के जितने भी अधिकारी बजट बनाने के कार्य में जुटे होते हैं, उन्हें संसद में बजट पेश होने तक अपने परिवारों से संपर्क नहीं करने दिया जाता। ऐसे में सरकार उनकी मेहनत को लेकर आभार प्रकट के लिए हलवा समारोह का आयोजन करती है।
कैसे मनाई जाती है हलवा सेरेमनी?
हलवा सेरेमनी एक परंपरागत कार्यक्रम है जिसे बजट की छपाई से पहले मनाया जाता रहा है। कहा जाता है लंबे समय तक चलने वाली बजट बनाने की प्रक्रिया की समाप्ति के बाद मीठा खाकर बजट की छपाई को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाई जाती है। वित्त मंत्री कड़ाही को हिलाती हैं और अधिकारियों को हलवा परोसकर बजट के लिए हरी झंडी दिखाई जाती है। यह समारोह वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में होता है, जहां बजट की छपाई के लिए एक विशेष प्रिंटिंग प्रेस मौजूद है। हलवा सेरेमनी होने के बाद वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी 10 दिन तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बंद रहते हैं। उनको वहां से बाहर जाने की परमिशन नहीं होती। इतना ही नहीं वे कर्मचारी अपने घर भी फोन पर बात नहीं कर सकते। बाहरी दुनिया से उनका संपर्क पूरी तरह कट जाता है। ऐसा इसलिए होता है, जिससे बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी पहले से लीक न हो।
बजट तैयार करने के दौरान बरती जाती है पूरी गोपनीयता
दावों के मुताबिक मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों पर इंटेलिजेंस ब्यूरो की चौबीसों घंटे निगरानी रहती है, उन्हें प्रियजनों से संपर्क करने की भी अनुमति नहीं होती। यहां तक की उन्हें फोन करने की भी इजाजत नहीं होती है। सीसीटीवी के एक मजबूत नेटवर्क और जैमर के जरिए उन्हें बाहरी संपर्क से काट कर रखा जाता है। बताया जाता है 1950 तक बजट दस्तावेज की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती रही लेकिन उसी वर्ष एक लीक हो जाने के बाद इसे मिंटो रोड और बाद में नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में स्थानांतरित कर दिया गया। उसके बाद बजट की छपाई स्थायी रूप से इसी प्रिंटिंग प्रेस में होने लगी।
23 जुलाई को पेश किया जाएगा बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई, 2024 को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करने जा रही हैं। इस वजह से शेयर मार्केट की दुनिया में काफी उत्साह और रुचि पैदा हो रही है। इस साल का बजट काफी महत्वपूर्ण है, यह भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए उनके सफल पुन: चुनाव के बाद पहला पूर्ण बजट होगा।