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CM आवास पर हुई बैठक: मंत्रियों को हफ्ते में दो दिन रात्रि प्रभारी क्षेत्र में विश्राम के निर्देश, दोनों deputy CM नहीं हुए शामिल?

लखनऊ। भाजपा ने उपचुनाव में 10 सीट जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यह सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए भी अग्निपरीक्षा है। लोकसभा चुनाव में ख़राब प्रदर्शन के बाद भाजपा उप चुनाव में रिस्क नहीं लेना चाहती। यही कारण है कि, हर सीट पर मंत्रियों को प्रभारी बनाया गया है। सीएम ने बुधवार को इन सभी मंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि, मैनेजमेंट बूथ लेवल से किया जाए। हालांकि इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक को इसलिए नहीं बुलाया गया है, क्योंकि उनको किसी भी विधानसभा सीट की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं सौंपी गई है।

यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हुई जिसमें सरकार व संगठन के लोग शामिल हुए। बैठक में एक सीट की जिम्मेदारी तीन मंत्रियों को दी गई हैं। बैठक के बाद बाहर निकले कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई और सभी की जिम्मेदारी तय की गई।

बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभारी क्षेत्र में जब तक चुनाव समाप्त न हो जाएं दो दिन-रात्रि विश्राम के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की तरफ से सभी प्रभारी मंत्रियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि हर एक ग्रुप को कार्यकर्ताओं के साथ बात करनी है और सबसे ज्यादा फोकस बूथ को मजबूत करने में करना है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को मिली पराजय के बाद पार्टी इन उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल कर संदेश देना चाहती है कि भाजपा की पकड़ अभी भी यूपी के मतदाताओं पर मजबूत है। इन चुनाव को विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा में लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर चल रहा है। मंगलवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।

10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की वजह

उत्तर प्रदेश की कटेहरी, मिल्कीपुर, करहल, फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद, मीरापुर, कुंदरकी और खैर विधानसभा सीट पर विधायक से सांसद बने नेताओं के इस्तीफे की वजह से उपचुनाव होना है। वहीं कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव की वजह है विधायक इरफान सोलंकी को मिली 7 साल की सजा। दरअसल सीसामऊ से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को 2 साल पुराने आगजनी के मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई जिसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई।

Aryavart Kranti
Author: Aryavart Kranti

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