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4 Oct 2025, Sat

क्वांटम कंप्यूटिंग में मिलकर काम करेंगे भारत-ब्रिटेन, कीर स्टार्मर की मुंबई यात्रा में इस पर फोकस

लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अगले सप्ताह भारत दौरे पर आ रहे हैं। अपनी इस यात्रा में स्टार्मर मुंबई पहुंचेंगे, जहां वे पीएम मोदी के साथ फिनटेक फेस्ट 2025 में शामिल होंगे। भारत ब्रिटेन में अब तकनीक के क्षेत्र में भी तेजी से सहयोग बढ़ रहा है। इसी के तहत दोनों देश अब क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे। इंपीरियल कॉलेज लंदन और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के बीच क्वांटम कंप्यूटिंग और जैव प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक प्रतिरोधी फसलें उगाने में मदद करने हेतु एक शोध सहयोग हो रहा है। भारत-ब्रिटेन के बीच यह क्वांटम कंप्यूटिंग सहयोग का एक प्रमुख क्षेत्र बनकर उभरा है।
भारत ब्रिटेन के बीच टीएसआई समझौता
यह परियोजना भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (टीएसआई) का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की मात्रा को बढ़ाना और जलवायु परिवर्तन को देखते हुए सूखे तथा जलवायु-संवेदनशील क्षेत्रों में फसलों की पैदावार बढ़ाना है। भारत और ब्रिटेन के बीच पिछले साल टीएसआई समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। मंगलवार को मुंबई में शुरू होने वाले ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कीर स्टार्मर की बातचीत के एजेंडे में टीएसआई पर भी चर्चा होगी। इंपीरियल कॉलेज लंदन के अध्यक्ष, प्रोफेसर ह्यूग ब्रैडी भी कीर स्टार्मर के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं।
कृषि में क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक से हो रहा काम
ब्रिटिश विश्वविद्यालयों और भारतीय विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है। इंपीरियल कॉलेज के डॉ. पो-हेंग ली और आईआईटी बॉम्बे के डॉ. इंद्रजीत चक्रवर्ती के नेतृत्व वाली एक टीम पहले से ही मिट्टी में पौधों और जीवाणुओं के बीच जटिल अंतःक्रियाओं का मॉडल बनाने के लिए क्वांटम कंप्यूटिंग पर काम कर रही है। यह परियोजना इंडिया कनेक्ट फंड द्वारा वित्त पोषित है, जो बंगलूरू स्थित विश्वविद्यालय के नए विज्ञान केंद्र – इंपीरियल ग्लोबल इंडिया की एक प्रमुख पहल है। यह फंड इंपीरियल और भारत में अपने साझेदारों के बीच कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), क्वांटम विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में हर साल 25 संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं को सहायता प्रदान करता है।

By Aryavartkranti Bureau

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