नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार चीतों की संख्या बढ़ाने को लेकर काफी सक्रिय है। इसके लिए लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं। यही वजह है कि भारत में चीते फिर से दिखने लगे हैं और उन्हें उनके नेचुरल हैबिटैट में फिर से वापस लाने की दिशा में देश ऐतिहासिक कामयाबी की ओर बढ़ रहा है। भारत ने इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिस तरह की कोशिश की है, अब वह रंग ला रहा है। अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर देशवासियों को दिल से शुभकामनाएं दीं। साथ ही पीएम ने वन्यजीव प्रेमियों से चीतों को देखने के लिए भारत आने का भी अनुरोध किया, क्योंकि प्रोजेक्ट चीता देश में इकोलॉजिकल हेरिटेज को फिर से बहाल करने में कामयाब रहा।
चीता टूरिज्म भी फल-फूल रहाः PM मोदी
देश में चीतों की बढ़ती संख्या पर पीएम मोदी ने कहा, “भारत को कई चीतों का घर होने पर गर्व है, और उनमें से काफी संख्या में भारत की ही धरती पर पैदा हुए हैं। उनमें से कई अब कुनो नेशनल पार्क और गांधी सागर सेंक्चुरी में फल-फूल रहे हैं। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि देश में चीता टूरिज्म भी लोकप्रिय होता जा रहा है। मैं दुनिया भर से और ज्यादा वाइल्डलाइफ के शौकीन लोगों को भारत आने और चीते को उसकी पूरी शान में देखने के गवाह बनें।” पीएम मोदी ने अपने एक अन्य पोस्ट में कहा, “चीता बचाने में हमारी कोशिश सिर्फ हमारे लोगों, खासकर हमारे समर्पित चीता मित्रों के मिलकर किए गए सहयोग की वजह से ही मुमकिन हो सकी है। जंगली जानवरों की रक्षा करना और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर रहना भारत की सभ्यता का अहम हिस्सा है और हम आज भी इन कोशिशों में उस भावना को जिंदा देखते हैं।”
सभी वन्यजीव प्रेमियों को शुभकामनाएंः PM मोदी
सोशल मीडिया पर अपने शुभकामना संदेश में PM मोदी ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर, चीते की सुरक्षा के लिए समर्पित सभी वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों को मेरी शुभकामनाएं, जो हमारे इस ग्रह के सबसे अद्भुत जीवों में से एक हैं। आज से 3 साल पहले, हमारी सरकार ने इस शानदार जानवर की सुरक्षा और उस इकोसिस्टम को फिर से स्थापित करने के मकसद से प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत की थी ताकि यह फिर से फल-फूल सके। यह खोई हुई इकोलॉजिकल हेरिटिज को फिर से जिंदा करने और हमारी बॉयो-डायवर्सिटी को मजबूत करने को लेकर शुरू की गई कोशिश थी।” करीब 3 साल पहले मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में कुल 20 चीते लाए गए, जिनमें सितंबर 2022 में नामीबिया से 8 और फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते शामिल हैं। हालांकि इसमें से कुछ चीतों की मौत भी हो गई। लेकिन मोदी सरकार की देश में फिर से चीतों की गूंज सुनने की कोशिश रंग ला रही है और धीरे-धीरे इनकी संख्या भी बढ़ रही है। अब, दिसंबर 2025 तक देश में कुल चीतों की संख्या 32 तक पहुंच गई है। इनमें से 21 भारत में जन्मे बच्चे हैं। पीएम मोदी को कई चीतों का घर होने पर भी गर्व है, क्योंकि भारतीय सरजमीं पर पैदा होने वाले चीतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। भारत में जन्मी मादा चीता मुखी ने पिछले महीने नवंबर में 5 स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया था। फिलहाल कुनो नेशनल पार्क और गांधी सागर सेंक्चुरी में ज्यादातर चीते हैं।

