नईदिल्ली। पहलवान विनेश फोगाट ने शुक्रवार, 12 दिसंबर को अपने संन्यास से वापस लौटने की घोषणा की और कहा कि वह दोबारा अपने ओलंपिक सपने का पीछा करेंगी। 31 वर्षीय विनेश ने पेरिस ओलंपिक विवाद के बाद खेल से दूरी बना ली थी, जहां फाइनल में पहुंचने के बावजूद उन्हें पदक नहीं मिला था। स्वर्ण पदक मुकाबले से ठीक पहले उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
विनेश ने इंस्टाग्राम पर लिखा, लोग पूछते रहे कि क्या पेरिस ही अंत था। लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था। मुझे अपनी महत्वाकांक्षाओं से भी दूर होना था। कई साल बाद मैंने खुद को सांस लेने दिया। मैंने अपने सफर का भार समझने के लिए समय लिया। उतार-चढ़ाव, दर्द, त्याग, और वो रूप जो दुनिया ने कभी नहीं देखे। मुझे इस खेल से अभी भी प्या है और मैं फिर से खेलना चाहती हूं।
विनेश ने आगे कहा, उस खामोशी में मुझे वह एहसास मिला जिसे मैं भूल चुकी थी। मेरे अंदर की आग कभी बुझी ही नहीं। वह बस थकान और शोर के नीचे दब गई थी। अनुशासन, दिनचर्या और लड़ाई यह सब मेरे भीतर ही है। मैं चाहे जितनी दूर चली गई, मेरा एक हिस्सा हमेशा मैट पर रहा। तो मैं लौट रही हूं 2028 की ओलंपिक की ओर, एक निडर दिल और झुकने से इनकार करने वाली आत्मा के साथ।
विनेश ने एशियाई खेलों में 2 पदक हासिल किए थे। साल 2018 में जकार्ता में हुए खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। उससे पहले 2014 में इंचियोन (48 किग्रा वर्ग) में उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। वह सितंबर 2022 में विश्व चैंपियनशिप में 2 पदक (दोनों कांस्य) जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी। वह राष्ट्रमंडल खेल में 3 स्वर्ण पदक (2014 , 2018 और 2022 ) जीत चुकी हैं।

