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1 Jun 2025, Sun

ट्रंप को जिताकर भाग रहे अमेरिकी, 21 साल बाद आया ऐसा चौंकाने वाला आंकड़ा

वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में दोबारा डोनाल्ड ट्रंप की वापसी तो हो गई है। मगर चौंकाने वाली बात यह है कि ट्रंप को जिताने वाले अमेरिकी नागरिक ही अब बड़ी संख्या में देश छोड़ रहे है। दरअसल ट्रंप की वापसी के साथ देश में राजनीतिक हालात इतने बदले हैं कि रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी नागरिक अब ब्रिटेन की नागरिकता लेने की दौड़ में लग गए हैं। यह आंकड़ा पिछले 21 सालों में सबसे ज्यादा है और यही नहीं, हजारों अमेरिकी तो अमेरिका की नागरिकता तक छोड़ चुके हैं।
ब्रिटेन के होम ऑफिस के ताजा आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से मार्च 2025 के बीच 1,931 अमेरिकियों ने ब्रिटिश सिटिजनशिप के लिए आवेदन किया। यह 2004 से अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। यह संख्या पिछले तीन महीनों की तुलना में 12% ज्यादा ह। दिलचस्प बात ये है कि ये वही समय है जब डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।
पहले भी ट्रंप के दौर में बढ़ी थी भगदड़
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। जब ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति बने थे और कोविड-19 का कहर था, तब भी अमेरिकी नागरिकों में देश छोड़ने का चलन तेज हुआ था। साल 2020 के पहले छह महीनों में 5,800 से ज्यादा लोगों ने अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी थी, जो 2019 के मुकाबले तीन गुना था।
बस एक वजह नहीं, कई परेशानियां
सिर्फ राजनीति ही नहीं, बल्कि टैक्स सिस्टम, स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत और सामाजिक माहौल से भी लोग परेशान हैं। एक अकाउंटिंग फर्म Bambridge Accountants के मुताबिक, ये वे लोग हैं जो अमेरिका छोड़ चुके हैं और अब स्थायी रूप से दूसरी जगह बसना चाहते हैं। खासतौर पर ब्रिटेन में “सेटल्ड स्टेटस” पाने वाले अमेरिकियों की संख्या 2024 में 5,500 से ज्यादा रही, जो पिछले साल से 20% अधिक है।
लेकिन यूरोप में भी नहीं है सब आसान
जहां एक तरफ अमेरिकी यूरोप का रुख कर रहे हैं, वहीं यूरोपीय देश भी अब सख्ती बरतने लगे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने पिछले हफ्ते घोषणा की कि नए प्रवासियों के लिए नागरिकता के नियम और कड़े किए जाएंगे। इटली ने भी एक नया कानून पास किया है, जिससे अब पूर्वजों के आधार पर नागरिकता मिलना बंद हो जाएगा।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।