देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ मई को समाप्त सप्ताह में 4.55 अरब डॉलर बढ़कर 690.62 अरब डॉलर पहुंच गया। देश के गोल्ड रिजर्व में भी बढ़ोतरी आई। वहीं, दूसरी ओर आईएमएम से भीख पाने के बाद पाकिस्तान के भी विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली और इस्लामाबाद में एक साथ खुशखबरी आई है। पाकिस्तान के रिजर्व में पिछले हफ्ते 6,07,89,34,800 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
भारत का फॉरेक्स रिजर्व एक सप्ताह पहले 2.06 अरब डॉलर घटकर 686.06 अरब डॉलर रहा था। सितंबर, 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704।89 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, नौ मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा एसेट्स 19.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.37 अरब डॉलर हो गईं।
डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 4.52 अरब डॉलर बढ़कर 86.34 अरब डॉलर हो गया। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.6 करोड़ डॉलर घटकर 18.53 अरब डॉलर रहा।
पिछले हफ्ते का रिजर्व
आरबीआई ने शुक्रवार को कहा कि 2 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.065 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 686.064 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया। पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में, कुल भंडार 1.983 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 688.129 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था। भारत के फॉरेक्स रिजर्व में 28 फरवरी समाप्त सप्ताह के बाद गिरावट देखने को मिली है। इससे पहले 8 लगातार हफ्तों में भारत के फॉरेक्स रिजर्व में बढ़ोतरी देखने को मिली थी। हालांकि, इस हफ्ते फिर से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
वहीं, पिछले हफ्ते यानी 2 मई को समाप्त हुए हफ्ते में पाकिस्तान के रिजर्व में बढ़ोतरी ही दर्ज की गई थी। विदेशी मुद्रा भंडार में 118 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई है। हालाकि, इस हफ्ते पाक के रिजर्व में सिर्फ 71 मिलियन डॉलर की ही बढ़ोतरी हुई है।