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13 Jul 2025, Sun

इस दिन से ईरान पर गिरेंगे अमेरिकी बम! 7 मुस्लिम देशों के साथ ट्रंप की घेराबंदी

वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका और ईरान के बीच जंग की संभावना को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि हिंद महासागर में स्थित डिएगो गार्सिया एयरबेस पर अमेरिका ने सात B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स और नौ KC-135 रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट तैनात कर दिए हैं। इसके अलावा, अमेरिका ने 1 मई तक एयरबेस के दो प्रमुख रैंप स्लॉट (B1 और B2) को बंद कर दिया है।
इस घटनाक्रम के बाद यह अटकलें तेज हो गई हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर हमले की तारीख 1 मई तय कर दी है। अमेरिकी ऑपरेशन पर नजर रखने वाले लोगों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो महीने पहले ईरान को 1 मई तक का अल्टीमेटम दिया था, जो अब समाप्त हो रहा है।
दो दिन पहले डिएगो गार्सिया एयरबेस के लिए जारी NOTAM (Notice to Air Missions) से यह संकेत मिल रहा है कि उस दिन कुछ बड़ा होने वाला है। NOTAM जारी करने का मतलब होता है कि इस दौरान एयरबेस पर भारी सैन्य गतिविधियां होंगी, जो आमतौर पर बड़े सैन्य अभियानों से पहले देखी जाती हैं।
अमेरिका ईरान पर हमला क्यों करेगा?
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव लंबे समय से जारी है, लेकिन मौजूदा हालात में यह टकराव और तेज हो गया है। इसके 5 मुख्य कारण हैं-
1- ईरान लगातार अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है, जो अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए खतरा बनता जा रहा है।
2- अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हूती विद्रोहियों और ईरान समर्थित मिलिशिया के हमलों के बाद अमेरिका ने कई बार जवाबी हमले किए।
3- ईरान पर इजराइल के खिलाफ हिजबुल्लाह और अन्य आतंकी संगठनों को समर्थन देने का आरोप है।
4- अमेरिका ने ईरान पर अंतरराष्ट्रीय तेल व्यापार को बाधित करने के आरोप लगाए हैं।
5- राष्ट्रपति ट्रम्प आगामी चुनावों में मजबूत दिखना चाहते हैं, और एक सफल सैन्य ऑपरेशन उन्हें राजनीतिक बढ़त दे सकता है।
ईरान के आसपास अमेरिकी सैन्य ठिकाने
ईरान के चारों ओर अमेरिका के कई प्रमुख सैन्य ठिकाने मौजूद हैं, जो उसे किसी भी संभावित सैन्य अभियान में बढ़त देते हैं:
1- कतर अल उदैद एयरबेस अमेरिका का मध्य पूर्व में सबसे बड़ा एयरबेस। 10,000 से अधिक सैनिक और दर्जनों लड़ाकू विमान तैनात। अमेरिका का CENTCOM (Central Command) हेडक्वार्टर यहीं स्थित है।
2- बहरीन अमेरिकी नौसेना का 5वां बेड़ा। अमेरिका की नौसेना का मुख्यालय, जो पूरे खाड़ी क्षेत्र की निगरानी करता है। प्रमुख युद्धपोत और पनडुब्बियां यहां से संचालित होती हैं।
3- यूएई अल धाफरा एयरबेस। F-22 रैप्टर और MQ-9 रीपर ड्रोन तैनात। अमेरिकी एयरफोर्स के रडार और मिसाइल डिफेंस सिस्टम का अहम केंद्र।
4- इराक कई छोटे-बड़े सैन्य ठिकाने। अमेरिकी सेना की मौजूदगी निगरानी और खुफिया अभियानों के लिएय
5- कुवैत अरीफजान बेस। 13,000 से अधिक अमेरिकी सैनिक मौजूद।
6- जॉर्डन मुबारेक और किंग फहद एयरबेस। ड्रोन हमलों और खुफिया अभियानों का अहम केंद्र।
7- तुर्की इनसर्लिक एयरबेस। अमेरिका का सामरिक एयरबेस, जहां परमाणु हथियार मौजूद हैं।

By Aryavartkranti Bureau

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