नई दिल्ली, एजेंसी। इजरायल-ईरान जंग के बीच मिडिल ईस्ट में अब धुआं-धुआं होने का खतरा मंडरा रहा है. ईरान की धमकी के बाद अमेरिका हाइपर एक्टिव हो गया है। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने धमकी दी है कि इईरान, इजरायल और अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब देगा। इसके बाद से इजरायल पर फिर हमले का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच इजरायल की मदद करने के लिए अमेरिका आगे आया है। अमेरिका ने ईरान से इजरायल की रक्षा करने के लिए अपने परमाणु बॉम्बर बी-52 को मिडिल ईस्ट में तैनात करने का फैसला किया है। बी-52 बमवर्षक की तैनाती से न केवल ईरान के हमले को रोका जाएगा, बल्कि इजरायल को जवाबी कार्रवाई करने में मदद भी मिलेगी।
सबसे पहले जानते हैं कि ईरान ने क्या धमकी दी है। दरअसल, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल और अमेरिका को सीधी धमकी दी है। सुप्रीम लीडर खामनेई ने इजरायल और अमेरिका का नाम लेकर मुंहतोड़ जवाब देने की धमकी दी। उन्होंने कहा, ‘दुश्मन चाहे इजरायल हो या फिर अमेरिका, जो भी ईरान और उसके सहयोगियों को चोट पहुंचा रहा है, उसे करारा जवाब मिलेगा। हालांकि, उन्होंने जवाबी कार्रवाई के समय या दायरे के बारे में विस्तार से नहीं बताया। ईरान के इस बयान के बाद से इजरायल पर हमले का खतरा मंडराने लगा है।
दोस्त की मदद को दौड़ा अमेरिका
इसके बाद से अमेरिका के भी कान खड़े हो गए। अमेरिकी सेना पूरे पश्चिम एशिया में सक्रिय है। इसके कुछ सैनिक अब इजराइल में ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’ (थाड) वायु रक्षा प्रणाली का प्रबंधन कर रहे हैं। अमेरिका ने पहले से ही‘यूएसएस अब्राहम लिंकन’ विमानवाहक पोत को अरब सागर में तैनात कर रखा है, जबकि पेंटागन ने शुक्रवार को कहा कि ईरान और उसके उग्रवादी सहयोगियों को रोकने के लिए अधिक विध्वंसक, लड़ाकू स्क्वाड्रन, टैंकर और लंबी दूरी के बी-52 बमवर्षक क्षेत्र में पहुंचेंगे। अमेरिका ने अपने परमाणु बॉम्बर बी-52 की तैनाती कर खलबली मचा दी है।
कितना खतरनाक है B-52 बम वर्षक
आनन-फानन में अमेरिका ने इस क्षेत्र में B-52 बमवर्षक तैनात किए हैं। उम्मीद है कि इससे ईरान को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा। अमेरिका का यह बमवर्षक B-52 बहुत खतरनाक और शक्तिशाली है। अमेरिकी सेना के बेड़े में B-52 सबसे घातक बमवर्षक है। ये आसानी से मिशन पर जा सकता है। इसमें बड़ा पेलोड लगता है, इसकी रेंज लंबी है। ये हवा में ज्यादा देर तक रह सकता है। यह लंबी दूरी तक पेट्रोलिंग के साथ ही न्यूक्लियर बम से भी हमला कर सकता है। साथ ही इसमें सटीक निशाना लगाने वाले हथियार लगते हैं। यही वजह है कि B-52 अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का अहम हिस्सा बना हुआ है। B-52 एक लंबी दूरी का, सबसोनिक, जेट-संचालित अमेरिकी बमवर्षक है। इसकी रेंज हवा में ईंधन भरे बिना करीब 14 हजार किलोमीटर है। साथ ही यह करीब 32,000 किलोग्राम वजन तक का हथियार ले जा सकता है।
इजरायल-ईरान में जंग तेज
दरअसल, ईरान और इजरायल के बीच जंग और खतरनाक होती जा रही है। दोनों तरफ से हमले हो रहे हैं। लेबनान में इजरायली हवाई हमले और भी तेज हो गए हैं। इन हमलों में अब तक करीब 2,000 लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। वहीं, हिजबुल्लाह ने भी इजरायली इलाकों में रॉकेट दागकर जवाबी कार्रवाई की है। इन हमलों में हाइफा और तेल अवीव के पास सैन्य ठिकाने भी शामिल हैं। ईरान पर भी इजरायल ने पलटवार किया है। इसके बाद अब ईरान बदले की आग में धधक रहा है। ईरान ने जो अब धमकी दी है, उसे देखते हुए ही अमेरिका ने दोस्त इजरायल के लिए यह कदम उठाया है।