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21 Nov 2025, Fri

सऊदी प्रिंस MBS से कड़ा सवाल होने पर भड़के ट्रंप, अपने ही देश के रिपोर्टर को दे दी धमकी

सऊदी, एजेंसी। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की साल 2018 में सऊदी एजेंटों द्वारा की गई हत्या के बाद यह उनका पहला यूएस दौरा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल मंगलवार को क्राउन प्रिंस का वाशिंगटन में जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पत्रकार की हत्या के बारे में जब क्राउन प्रिंस से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया और कहा, “चाहे आप उन्हें पसंद करें या न करें, चीजें होती रहती हैं।” साथ ही पत्रकार को धमकी भी दे डाली।
राष्ट्रपति ट्रंप ने एबीसी न्यूज़ की पत्रकार मैरी ब्रूस को “बेकार रिपोर्टर” करार दिया और व्हाइट हाउस में उनसे 3 तीखे सवाल पूछने पर नेटवर्क के प्रसारण लाइसेंस को खतरे में डालने की धमकी भी दी। न्यूज नेटवर्क की मुख्य व्हाइट हाउस संवाददाता उन पत्रकारों में शामिल थीं जिन्हें राष्ट्रपति और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से सवाल पूछने के लिए ओवल ऑफिस में जाने दिया गया। उन्होंने ट्रंप से पूछा कि क्या राष्ट्रपति रहते हुए उनके परिवार का सऊदी अरब में व्यापार करना उचित है।
ट्रंप ने एबीसी को “फर्जी खबर” बताया
इससे पहले कि राष्ट्रपति कोई जवाब दे पाते, तभी मैरी ब्रूस ने सऊदी नेता से भी सवाल कर डाला, “महामहिम, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने यह निष्कर्ष निकाला है कि आपने एक पत्रकार की नृशंस हत्या की साजिश रची थी। 9/11 पीड़ितों के परिवार इस बात से नाराज हैं कि आप ओवल ऑफिस में हैं। अमेरिकियों को आप पर भरोसा क्यों करना चाहिए? और राष्ट्रपति ट्रंप, आप पर भी यही बात लागू होती है।” ब्रूस से यह पूछने के बाद कि वह किसके लिए काम करती हैं, राष्ट्रपति ट्रंप ने एबीसी को “फर्जी खबर” करार दिया और सऊदी अरब में अपने परिवार के व्यावसायिक कार्यों का बचाव भी किया।
राष्ट्रपति ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के उन निष्कर्षों को खारिज कर दिया जिनमें यह दावा किया गया था कि सऊदी अरब के आलोचक और वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की साल 2018 में हुई हत्या में क्राउन प्रिंस की कुछ भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि सऊदी नागरिक और वर्जीनिया निवासी खशोगी को “बहुत से लोग पसंद नहीं करते थे।”
मर्डर की वजह से 7 साल ठंडे रहे रिश्ते
सवाल जवाब से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रिंस मोहम्मद का मंगलवार सुबह व्हाइट हाउस पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया। सऊदी अरब के कट्टर आलोचक रहे पत्रकार खशोगी को टॉरगेट बनाकर किए गए ऑपरेशन से अमेरिका और सऊदी अरब के बीच संबंधों में खटास आ गई थी। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने बाद में यह पाया कि प्रिंस मोहम्मद ने ही एजेंटों को यह ऑपरेशन करने का निर्देश दिया था। हालांकि इस चर्चित मर्डर केस के 7 साल बाद, दोनों देशों के बीच संबंधों पर छाए काले बादल छंट गए हैं। ट्रंप ने 40 साल के क्राउन प्रिंस के प्रति अपना लगाव और बढ़ा दिया है। वे उन्हें आने वाले दशकों में मध्य पूर्व क्षेत्र को नया आकार देने के मामले में अहम भूमिका निभाने वाला व्यक्ति मानते हैं। वहीं दूसरी ओर, प्रिंस मोहम्मद ने सऊदी नागरिक और वर्जीनिया निवासी खशोगी की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
सवाल क्राउन प्रिंस से, लेकिन दिया ट्रंप ने
दोनों नेताओं ने अरबों डॉलर के आपसी सौदों के बारे में जानकारी दी और अस्थिर मध्य पूर्व में आगे की कठिन राह पर चर्चा करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ बैठक भी की, जबकि खशोगी मर्डर केस को लेकर कुछ नहीं कहा गया।
राष्ट्रपति ने पत्रकार की हत्या के बारे में क्राउन प्रिंस से पूछे गए सवालों को खारिज कर दिया। ट्रंप ने इस चर्चित अंतरराष्ट्रीय घटना के बारे में कहा, “चाहे आप उन्हें पसंद करें या न करें, चीजें होती रहती हैं।” साथ ही प्रिंस के बचाव में ट्रंप ने खशोगी को ही “बेहद विवादास्पद” बताते हुए उनका मजाक उड़ाया और कहा कि “बहुत से लोग उस सज्जन को पसंद नहीं करते थे।” प्रिंस मोहम्मद के साथ ओवल ऑफिस में एक पत्रकार द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय घटना से जुड़े सवाल पर, ट्रंप ने कहा, “चाहे आप उन्हें पसंद करें या न करें, चीज़ें होती रहती हैं।” उन्होंने कहा, “लेकिन (प्रिंस मोहम्मद) को इसके बारे में कुछ नहीं पता था और हम इसे यहीं छोड़ सकते हैं। आपको इस तरह का सवाल पूछकर हमारे मेहमान को शर्मिंदा करने की जरूरत नहीं है।”
ट्रंप प्रशासन ने जारी नहीं की रिपोर्ट
लेकिन अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने यह पाया कि सऊदी क्राउन प्रिंस की ओर से शायद इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास के अंदर सऊदी एजेंटों द्वारा अमेरिकी पत्रकार की हत्या को मंजूरी दी गई थी, जैसा कि जो बाइडेन प्रशासन की शुरुआत में 2021 में सार्वजनिक किए गए अमेरिकी निष्कर्षों से पता चलता है। हालांकि ट्रंप के अधिकारियों ने, उनके पहले प्रशासन के दौरान, इस रिपोर्ट को जारी करने से इनकार कर दिया था।
ट्रंप ने प्रिंस सलमान के साथ ओवल ऑफिस में एक बैठक के दौरान, मानवाधिकारों के क्षेत्र में सऊदी अरब की ओर से की गई प्रगति के लिए उनकी सराहना की, हालांकि इस मामले में उन्होंने खास विवरण नहीं दिया। राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे उनके द्वारा किए गए काम पर बहुत गर्व है। मानवाधिकारों और अन्य सभी पहलुओं के मामले में उन्होंने जो किया वह बहुत ही अविश्वसनीय है।”

ट्रंप फैमिली का सऊदी कनेक्शन
क्राउन प्रिंस ने इस दौरान यह ऐलान किया कि सऊदी अरब अमेरिका में अपने नियोजित निवेश को बढ़ाकर 1 ट्रिलियन डॉलर करने जा रहा है, जो मई में ट्रंप के दौरे के समय सऊदी अरब द्वारा अमेरिका में निवेश की योजना के अनुसार 600 बिलियन डॉलर से अधिक है।

राष्ट्रपति ट्रंप सऊदी अरब को लेकर खासे उत्साहित रहे हैं। उनके परिवार की सऊदी अरब में गहरी व्यक्तिगत रुचि है। करीब 2 महीने पहले सितंबर में, लंदन के रियल एस्टेट डेवलपर डार ग्लोबल ने घोषणा की कि वह लाल सागर के किनारे स्थित शहर जेद्दा में ट्रंप प्लाजा शुरू करने की योजना बना रहा है। यह सऊदी अरब में राष्ट्रपति ट्रंप के बच्चों द्वारा नियंत्रित कंपनियों के समूह, ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के साथ डार ग्लोबल का दूसरा सहयोग है। पिछले साल, दोनों कंपनियों ने जेद्दा में ट्रंप टॉवर के लॉन्च की घोषणा की थी। हालांकि ट्रंप ने इस बैठक के दौरान उस धारणा को खारिज कर दिया कि इसमें हितों का कोई टकराव है।

निजी फायदे की बात को टालते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मेरा फैमिली बिजनेस से कोई लेना-देना नहीं है,” और आगे कहा कि उनके परिवार की सऊदी अरब में अपेक्षाकृत कम रुचि है। हालांकि तकनीकी रूप से, यह कोई राजकीय यात्रा नहीं है, क्योंकि क्राउन प्रिंस राष्ट्राध्यक्ष अभी नहीं हैं। लेकिन प्रिंस मोहम्मद के पिता, 89 सल के किंग सलमान जो इन दिन बीमार चल रहे हैं, ऐसे में सलमान ही दैनिक शासन की ज़िम्मेदारी संभाली है।

By Aryavartkranti Bureau

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