लखनऊ। विश्व नवकार महामंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को जैन तीर्थंकरों की महत्वपूर्ण भूमि बताते हुए कहा कि नवकार महामंत्र व्यावहारिक जीवन में सफलता का मार्ग कैसे प्रशस्त कर सकता है, उसकी सरल व्याख्या नौ संकल्पों के रूप में हम सब के सामने है।
मुख्यमंत्री गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (जितो) द्वारा आयोजित विश्व नमोकार महामंत्र दिवस के उपलक्ष्य में बोल रहे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाइव जुड़ने के दौरान जैन धर्म के बारे में कही गई बातों और जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों के उपदेशों को आत्मसात करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के उद्बोधन से हम सब को नई प्रेरणा प्राप्त हुई है। भगवान ऋषभ देव अयोध्या के पहले राजा थे। वहीं संबोधन से पूर्व जितो के चीफ पैटर्न पीके जैन, विनय जैन, सुबोध जैन, आदिश जैन ने नमोकार महामंत्र की तस्वीर, कलश मुख्यमंत्री को भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में ही पांच और वाराणसी में चार तीर्थंकर पैदा हुए। यही से उन्होंने मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया। भगवान ऋषभ देव की परंपरा में ही भगवान मनु पैदा हुए थे। जिन्होंने मानव धर्म की रचना करके पूरी सृष्टि के अंदर इस परंपरा को आगे बढ़ाया था, उसी परंपरा में भगवान राम का जन्म हुआ। यानी दुनिया के प्राचीनतम धर्मों में से एक है। जैन धर्म हजारों हजार वर्ष पुरानी परंपरा है। जब दुनिया के सामने कुछ भी नहीं था, जब अंधकार था, तब एक राजा सब कुछ छोड़कर लोक मंगल कामना से आगे बढ़कर, इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आगे आए थे।
मुख्यमंत्री ने दस अप्रैल को पड़ने वाले महावीर की पावन जयंती पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक मनुष्य के जीवन में तीन प्रकार की चुनौती आती हैं, जिसमें आदि दैविक, जिसे हम दैविक आपदा कह सकते हैं, जिसे प्रकोप कह सकते हैं, दूसरा आदि भौतिक जिसे आप मानव के द्वारा पैदा किए गए भय के रूप में देख सकते हैं। और तीसरा आध्यात्मिक यानी शारीरिक व मानसिक इत्यादि, लेकिन जो साधना है उसे नवकार महामंत्र के रूप सभी अंगीकार करते हैं।
उन्होंने नवकार महामंत्र को जीवन में आत्मसात करने की अपील भी की। मुख्यमंत्री ने जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (जितो) द्वारा पहली बार देश भर में एक साथ कार्यक्रम करने पर बधाई दी। एमएलएसी महेंद्र सिंह ने भी जैन धर्म व नवकार महामंत्र के लाभ और उसे जीवन में आत्मसात करने की अपील की। उन्होंने कहा कि 84 लाख योनियों की जननी है नवकार महामंत्र। इसके जाप से शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।
‘उत्तर प्रदेश जैन तीर्थंकरों की महत्वपूर्ण भूमि’, सीएम योगी ने ‘विश्व नमोकार महामंत्र दिवस’ पर सभा को किया संबोधित
