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12 Jul 2025, Sat

महाराष्ट्र में 3 महीने में 767 किसानों ने की आत्महत्या… राहुल गांधी ने कहा- आमदनी दोगुनी करनी थी, जिंदगी आधी हो गई

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों की समस्या को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों के बारे में नहीं बल्कि अमीरों के बारे में सोचती है। उन्होंने कहा कि मोदी ने कहा था कि किसान की आमदनी दोगुनी करेंगे, लेकिन आज किसानों की जिंदगी ही आधी हो रही है।
दरअसल, कुछ दिन पहले महाराष्ट्र विधानसभा में खुलासा हुआ कि जनवरी से मार्च तक राज्य में कुल 700 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के अधिकांश मामले विदर्भ क्षेत्र के हैं। कांग्रेस विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार से किसानों की बढ़ती आत्महत्याओं के बारे में सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि सरकार मृतक किसानों के परिवारों को किस तरह की मदद पहुंचा रही है? कांग्रेस विधायकों ने सरकार की तरफ से दिए जा रहे 1 लाख रुपये को और अधिक बढ़ाने की मांग की है। राज्य सरकार का कहना है कि वह किसानों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
3 महीनों में 700 से अधिक किसानों ने की आत्महत्या
राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सिर्फ तीन महीने में 767 किसानों ने आत्महत्या कर ली हैं। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ आंकड़ा नहीं हैं बल्कि 767 किसानों के उजड़े हुए घर हैं। ये वो परिवार हैं जो कभी नहीं संभल पाएंगे। सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस मामले पर एकदम चुप है। बस बेरुखी से देख रही है।
किसानों पर नहीं अमीरों पर दे रही है ध्यान
राहुल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान हर दिन कर्ज में और गहराई तक डूब रहा है। बीज महंगे हैं, खाद महंगी है, डीजल महंगा है। लेकिन MSP की कोई गारंटी नहीं। उन्होंने कहा कि जब किसान अपनी कर्ज माफी के लिए मांग करते है, तो उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि ये बहाने सिर्फ किसानों के लिए ही है। लेकिन जिनके पास करोड़ो हैं। उनके लोन को मोदी सरकार आराम से माफ कर देती है। इस बात का उदाहरण देते हुए उन्होंने अनिल अंबानी के 48,000 करोड़ का SBI फ्रॉड के बारे में बताया।
रीढ़ की हड्डी हो रही कमजोर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि भारत एक कृषि प्रधान राज्य है और किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। लेकिन, विदेशी निर्भरता की वजह से यह रीढ़ कमजोर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत का 80% उर्वरक चीन से आता था, लेकिन अब चीन ने इसको भेजना बंद कर दिया। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब सरकार को पता था कि ऐसा कुछ होने वाला है तो, उन्होंने इसकी व्यवस्था पहले क्यों नहीं की।

By Aryavartkranti Bureau

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