कैंसर, वैश्विक स्तर पर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है, हर साल इसके कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। शोधकर्ताओं ने बताया कि पुरुषों में प्रोस्टेट और महिलाओं में सर्वाइकल-ब्रेस्ट कैंसर के मामले सबसे अधिक रिपोर्ट किए जा रहे हैं। वैसे तो कैंसर से बचाव-उपचार के लिए दशकों पहली की तुलना में अब बेहतर उपचार उपलब्ध हैं, हालांकि अब भी ये आम लोगों के लिए काफी मुश्किल है। हालांकि वैज्ञानिक कैंसर के उपचार को लेकर लगातार प्रयासरत हैं और नए उपचार तरीकों को लेकर शोध कर रहे हैं।
इस बीच एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं की टीम ने कैंसर उपचार के लिए नई विधि वाला इंजेक्शन विकसित कर लिया है, जो कैंसर के इलाज में विशेष लाभप्रद हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इंग्लैंड दुनिया का पहला सात मिनट का कैंसर उपचार जैब शुरू करने जा रहा है। ये इंजेक्शन कैंसर के अब तक होने वाले उपचार की अवधि को काफी कम कर देगी। अध्ययनकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि इस इंजेक्शन से न सिर्फ इलाज का समय कम होगा साथ ही लाखों कैंसर रोगियों को प्रभावी उपचार भी उपलब्ध हो सकेगा।
एटेजोलिजुमाब इंजेक्शन से होगा कैंसर का इलाज
ब्रिटेन की सरकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के मुताबिक इंग्लैंड कैंसर के इलाज के लिए इंजेक्शन लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) से अप्रूवल के बाद एनएचएस अधिकारियों ने बताया कि एटेजोलिजुमाब नाम से ये इम्यूनोथेरेपी उपलब्ध होगी, जिससे यहां सैकड़ों कैंसर रोगियों के इलाज में मदद मिलने की उम्मीद है। त्वचा के नीचे दिए जाने वाले इस इंजकेश्न से कैंसर के अब तक के जटिल उपचार को आसान बनाने में मदद मिल सकेगी।
प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर देगी ये दवा
मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबिक एटेजोलिजुमाब, रोश (आरओजी.एस) कंपनी जेनेंटेक द्वारा तैयार किया गया इंजेक्शन है। ये एक इम्यूनोथेरेपी दवा है जो मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं का पता लगाने और उसे नष्ट करने में सहायता करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि वर्तमान में फेफड़े, स्तन, लिवर और मूत्राशय सहित कुछ और प्रकार के कैंसर वाले एनएचएस रोगियों को ट्रांसफ़्यूज़न द्वारा उपचार की पेशकश की गई है।
एनएचएस इंग्लैंड के विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि इंग्लैंड में इस इंजेक्शन से उपचार शुरू होने से 3,600 से अधिक रोगियों को सीधा लाभ मिल सकेगा। अब तक के इलाज में कई रोगियों की नसों तक दवा पहुंचने में अधिक समय लगता था। अब नई विधि से इंजेक्शन को नसों की जगह पर त्वचा के नीचे देकर आसानी से शरीर में पहुंचाया जा सकेगा। ये इंजेक्शन कैंसर के अब तक होने वाले उपचार की अवधि को काफी कम कर देगी। अध्ययनकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि इस इंजेक्शन से न सिर्फ इलाज का समय कम होगा साथ ही लाखों कैंसर रोगियों को प्रभावी उपचार भी उपलब्ध हो सकेगा।
एटेजोलिजुमाब इंजेक्शन से होगा कैंसर का इलाज
ब्रिटेन की सरकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के मुताबिक इंग्लैंड कैंसर के इलाज के लिए इंजेक्शन लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) से अप्रूवल के बाद एनएचएस अधिकारियों ने बताया कि एटेजोलिजुमाब नाम से ये इम्यूनोथेरेपी उपलब्ध होगी, जिससे यहां सैकड़ों कैंसर रोगियों के इलाज में मदद मिलने की उम्मीद है। त्वचा के नीचे दिए जाने वाले इस इंजकेश्न से कैंसर के अब तक के जटिल उपचार को आसान बनाने में मदद मिल सकेगी।
प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर देगी ये दवा
मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबिक एटेजोलिजुमाब, रोश (आरओजी.एस) कंपनी जेनेंटेक द्वारा तैयार किया गया इंजेक्शन है। ये एक इम्यूनोथेरेपी दवा है जो मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं का पता लगाने और उसे नष्ट करने में सहायता करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि वर्तमान में फेफड़े, स्तन, लिवर और मूत्राशय सहित कुछ और प्रकार के कैंसर वाले एनएचएस रोगियों को ट्रांसफ़्यूज़न द्वारा उपचार की पेशकश की गई है। एनएचएस इंग्लैंड के विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि इंग्लैंड में इस इंजेक्शन से उपचार शुरू होने से 3,600 से अधिक रोगियों को सीधा लाभ मिल सकेगा। अब तक के इलाज में कई रोगियों की नसों तक दवा पहुंचने में अधिक समय लगता था। अब नई विधि से इंजेक्शन को नसों की जगह पर त्वचा के नीचे देकर आसानी से शरीर में पहुंचाया जा सकेगा।
डिस्क्लेमर : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से विशेषज्ञ राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें। आर्यावर्त क्रांति इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।