सीरिया। सीरिया में न सिर्फ असद सरकार पर खतरा मंडरा रहा है, बल्कि सीरिया में रूसी सेना का प्रभुत्व भी खतरे में है। हमा शहर फतह करने के बाद हयात के लड़ाके रूस के गढ़ यानी होम्स शहर के बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घटों में होम्स का हाल भी वही होगा, जो अलेप्पो और हमा का हुआ है। हयात तहरीर अल शाम के फाइटर आने वाले कुछ घंटों में उस शहर पर कब्जा कर लेंगे जहां रूसी सेना के तीन एयर बेस और एक नेवल बेस है। तो सवाल यही है कि क्या अब सीरिया में असद और पुतिन का दुर्ग कुछ ही घंटों में ढहने वाला है?
अलेप्पो और हमा शहर में कब्जा करने के बाद विद्रोही गुट अब होम्स शहर के बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। होम्स प्रांत में रूस के दो एयरबेस हैं, जबकि होम्स के करीब ही रूस का एक नेवल बेस और एक एयरबेस मौजूद है। विद्रोही गुट के लड़ाके रूसी बेस के बेहद करीब पहुंच गए हैं। हयात इस वक्त जहां मौजूद है, वहां से सिर्फ 30 किलोमीटर की दूरी पर लताकिया प्रांत में मौजूद रूस का खमीमिम एयर बेस मौजूद है। इसी तरह विद्रोही गुट टार्टस नेवल बेस से 150 किलोमीटर की दूरी पर हैं।
रूस का शायरात एयरबेस जो कि होम्स प्रांत में ही पड़ता है, वहां से विद्रोही गुट सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर है। होम्स राज्य में ही पड़ने वाला रूस का तियास एयरबेस विद्रोही के पहुंच से सिर्फ 93 किलोमीटर दूर है। होम्स पर कब्जा होने के साथ ही रूस को इन चारों बेस को खाली करना पड़ सकता है। होम्स जीतने के बाद विद्रोही गुट सीरिया की राजधानी की तरफ कूच करेंगे। वो सबसे पहले होम्स से 82 किलोमीटर दूर मौजूद अल नकब पर कब्जा करेंगे। उसके बाद अल नकब से 80 किलोमीटर दूर मौजूद दमिश्क पर चढ़ाई कर देंगे।
होम्स पर कब्जा हुआ तो रूस को अपने सभी एयरबेस और नेवल बेस खाली करने पड़ेंगे। होम्स पर कब्जा हुआ तो विद्रोहियों के लिए दमिश्क फतह करना बेहद आसान हो जाएगा और इसी के साथ सीरिया में असद का तख्तापलट हो जाएगा। होम्स और दमिश्क को बचाने के लिए सीरिया और रूसी सेना ने पूरी ताकत झोंक दी है। रूसी एयरफोर्स आसमान से जबरदस्त बमबारी कर रही है तो रूस और सीरिया की संयुक्त सेना, जिसे सीरियाई अरब आर्मी कहा जाता है, वो जमीन पर हयात के लड़ाकों को रोकने की कोशिश कर रही है।
खतरे में रूसी सेना का प्रभुत्व
होम्स शहर के अंदर दाखिल होने के लिए जो पुल और सड़कें हैं, उन्हें सीरियाई सेना ने बर्बाद कर दिया है। रूसी एयरफोर्स ने बमबारी कर रास्तान में पुल को बर्बाद कर दिया। होम्स के रास्ते में रूसी और सीरियाई एयरफोर्स जबरदस्त बमबारी कर रही है। ईरानी प्रॉक्सी के लड़ाके हयात तहरीर अल शाम को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। होम्स के बार्डर पर गफ्फारी के नेतृत्व में ईरानी सेना तैनात कर दी गई है।
ये भीषण हमले कर हयात को अंदर दाखिल होने से रोक रही है। होम्स के अंदर दाखिल होने वाले कई रास्तों पर सीरियाई अरब आर्मी मौजूद है। होम्स के बॉर्डर पर टैंक की बड़ी दीवार खड़ी कर दी गई है यानी हयात को रोकने की भरपूर कोशिश की जा रही है, लेकिन हयात के लड़ाके जिस तरह से विध्वंसक हमला कर रहे हैं, उससे तो यही लग रहा है कि होम्स पर जल्द ही उनका कब्जा हो जाएगा। अगर होम्स पर कब्जा हुआ तो बशर राज खत्म हो जाएगा।
होम्स पर कब्जा हुआ तो रूस को अपने बेस खाली करने पड़ेंगे। सीरिया में रूसी सेना का प्रभुत्व समाप्त हो जाएगा। रूसी बेस से असद सेना को जो बैकअप मिलता है, वो बंद हो जाएगा। इसके बाद विद्रोही गुट सीरिया की राजधानी दमिश्क पहुंच जाएगा और इस तरह असद का तख्तापलट हो जाएगा और इस तरह हयात का वो लक्ष्य पूरा हो जाएगा, जिसके लिए उसने बारूदी विद्रोह शुरू की थी।