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14 Mar 2025, Fri

बांग्लादेश में है असली जंगलराज, शेख हसीना के हटते ही डकैत-लूट-अपहरण डबल

ढाका, एजेंसी। बांग्लादेश इस वक्त अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। शेख हसीना के पतन के बाद हालात से बद से बदतर होते जा रहे हैं। बांग्लादेश में क्राइम रेट पिछले कुछ महीनों में इतना बढ़ गया है कि ये पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा है। दर्ज मामलों की संख्या पर आधारित पुलिस डेटा के मुताबिक, पिछले पांच सालों के इसी महीने की तुलना में इस साल जनवरी में हत्या, अपहरण, डकैती, सेंधमारी और चोरी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है।
यह डेटा यूनुस की सलाहकार सरकार की ओर से देश की कानून व्यवस्था को ‘संतोषजनक’ बताए जाने के बिल्कुल विपरीत है। जिससे यूनुस सरकार पर कई सवाल खड़े हो गए हैं और उनके नेतृत्व में बांग्लादेश और बुरे दौर में जाता हुआ दिखाई दे रहा है।
हत्या अपहारण और डकैती में रिकार्ड बढ़ोत्तरी
इस साल जनवरी में अलग-अलग पुलिस थानों में कम से कम 294 हत्या के मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह संख्या 231 थी। पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले चार सालों के इसी महीने में यह संख्या 214, 264, 257 और 273 थी। इस साल सबसे ज्यादा हत्या के मामले आए हैं।
जनवरी 2024 में 114 की तुलना में इस साल के पहले महीने में डकैती के मामले बढ़कर 171 हो गए। इस साल जनवरी में अपहरण के मामले 2024 के पहले महीने के 51 से दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
पिछले छह सालों के जनवरी के क्राइम डेटा देखने से पता चला है कि जनवरी 2025 में एक महीने में सबसे ज्यादा लूटपाट और डकैती की घटनाएं हुईं, जिसमें कुल 242 घटनाएं दर्ज की गईं। कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए 8 फरवरी को शुरू हुए ‘ऑपरेशन डेविल हंट’ के बीच भी यह बढ़ती प्रवृत्ति जारी है।
मौलाना भशानी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अपराध विज्ञान एवं पुलिस विज्ञान विभाग के प्रोफेसर उमर फारुक ने बांग्लादेशी अखबार को बताया कि उन्होंने पिछले छह महीनों में लूटपाट, डकैती और चोरी जैसे अपराधों में वृद्धि देखी है। उन्होंने सरकार के इस दावे की आलोचना करते हुए कि कानून और व्यवस्था सामान्य है, कहा, “क्या ये अपराध, जो जनता में भय पैदा कर रहे हैं, सामान्य है। उन्होंने कहा कि लोग हत्या, चोरी, लूटपाट या डकैती का शिकार होने के डर में जी रहे हैं, और सरकार बेपरवाह है, क्योंकि उसे नहीं पता कि इस मुद्दे से कैसे निपटा जाए।

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