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13 Jul 2025, Sun

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक के बीच 1 जुलाई को पहली बैठक, जेलों में बंद कैदियों का रिहाई पर होगी चर्चा

वॉशिंगटन, एजेंसी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पहला आधिकारिक संपर्क अब से करीब डेढ़ महीने बाद एक जुलाई 2025 को होगा। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से भारत और पाकिस्तान की जेलों में बंद आम लोगों और मछुआरों की रिहाई को लेकर चर्चा की जाएगी, साथ में दोनों देश एक-दूसरे को लिस्ट भी सौंपेंगे।
काउंसलर एक्सेस एग्रीमेंट 2008 के तहत दोनों देश एक-दूसरे को अपने- अपने जेलों में बंद कैदियों की जानकारी साझा करेंगे। समझौते के तहत दोनों एक-दूसरे को समय-समय पर ऐसी लिस्ट उपलब्ध करवाते हैं ताकि उनके जेलों में बंद अपने अपने नागरिकों को कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जा सके।
सूत्रों के अनुसार, 14 मई 2025 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की जेलों में कुल 242 भारतीय नागरिक बंद हैं। इसके अनुसार, वहां की जेलों में ज्यादातर भारतीय मछुआरे ही बंद हैं। वहां कैद में रहने को मजबूर 242 लोगों में से 193 भारतीय मछुआरे हैं तो आम भारतीय नागरिकों की संख्या 49 है।
इसी तरह भारत में भी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक जेल में बंद हैं। 14 मई 2025 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय जेलों में कुल 458 पाकिस्तानी नागरिक बंद हैं। भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानियों में अधिकतर वहां के आम नागरिक हैं।
भारत की जेलों में ज्यादा पाक नागरिक
भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी मछुआरों की संख्या काफी कम है। यहां की जेलों में महज 81 पाकिस्तानी मछुआरे ही कैद हैं, जबकि जेल में बंद पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या 377 है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बेहद खराब हो गए है। आतंकी हमले के बदले में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के अलावा पाकिस्तान के अंदर कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
हालांकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत पर कई हमले किए जिसका भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया। भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को खासा नुकसान उठाना पड़ा और उसने सीजफायर की मांग की। फिर दोनों देशों के बीच डीजीएमओ स्तर की बात हुई। सैन्य संघर्ष शुरू होने के बाद 2 बार डीजीएमओ स्तर की बात हो चुकी है। हालांकि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रूख बनाए रखते हुए पाकिस्तान के साथ हर तरह से रिश्ते बंद कर रखे हैं। ऐसे में यह बातचीत दोनों देशों के बीच अहम मानी जा रही है।

By Aryavartkranti Bureau

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