नई दिल्ली। भारत के विश्व कप विजेता कप्तान और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर अपने विचार साझा किए हैं। यह नियम टीमों को खेल के दौरान एक अतिरिक्त खिलाड़ी का उपयोग करने की अनुमति देता है। उन्होंने कहा कि इस नियम की वजह से आईपीएल में बड़े स्कोर नहीं बन रहे, बल्कि इसकी वजह खिलाड़ियों के माइंडसेट से ज्यादा जुड़ा हुआ है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस नियम ने उन्हें कोई फायदा नहीं पहुंचाया है। सिर्फ धोनी ही नहीं, कई बड़े खिलाड़ी इस नियम का विरोध कर चुके हैं। रोहित शर्मा ने भी इस नियम को लेकर बातचीत की थी। कई दिग्गजों का कहना है कि इस नियम की वजह से ऑलराउंडर्स को नुकसान है।
‘मेरे लिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम का फायदा नहीं’
जियो-हॉटस्टार पर ‘द MSD एक्सपीरियंस’ में नियम के बारे में बोलते हुए धोनी ने कहा कि जब इसे 2023 में लाया गया था, तो इसकी वास्तव में आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि यह नियम कभी कभार उनकी मदद करता है और कभी-कभी नहीं। उन्होंने कहा, ‘जब यह नियम लागू किया गया तो मुझे लगा कि उस समय इसकी वास्तव में जरूरत नहीं थी। एक तरह से यह मेरी मदद कभी कर देता है, लेकिन साथ ही यह ज्यादातर समय नहीं करता है। मैं अब भी अपनी विकेटकीपिंग करता हूं इसलिए मैं इम्पैक्ट प्लेयर नहीं हूं। मुझे खेल में शामिल होना ही होगा।’
‘बड़े स्कोर टीमों के सहज होने की वजह से बन रहे’
धोनी ने कहा, ‘बहुत से लोग कहते हैं कि नियम की वजह से बड़े स्कोर बन रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि यह परिस्थितियों और खिलाड़ियों के रिलैक्स माइंडसेट के कारण ऐसा हो रहा है। इतने रन सिर्फ एक अतिरिक्त बल्लेबाज की वजह से नहीं बने। यह मानसिकता को लेकर है। टीमों के पास अब एक अतिरिक्त बल्लेबाज का आराम है, इसलिए खिलाड़ी अधिक आक्रामक तरीके से और सहज होकर खेल रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सभी चार या पांच अतिरिक्त बल्लेबाजों का उपयोग किया जा रहा है। यह सिर्फ उनके होने का आत्मविश्वास है। टी20 क्रिकेट इसी तरह विकसित हुआ है।’
मुंबई इंडियंस से प्रतिद्वंद्विता पर धोनी का बयान
यह पूछने पर कि क्या चिर प्रतिद्वंद्वी और पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ बल्लेबाजी करना उनकी खूबी है? धोनी ने कहा कि विरोधी टीम उनके लिए मायने नहीं रखती और वह सभी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है। एक बल्लेबाज के तौर पर मैं सभी टीमों के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहता हूं। जिस टीम के खिलाफ मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, टीम मुझसे क्या चाहती है, उसके मुताबिक आप बल्लेबाजी और प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं।
टीमों को निजी प्रतिद्वंद्विता के लिए नहीं चुनते धोनी
धोनी ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई प्रतिद्वंद्विता है। मैं टीमों को निजी या फ्रेंचाइजी प्रतिद्वंद्विता के तौर पर नहीं चुनता क्योंकि इससे आप पर अतिरिक्त दबाव बनता है। दिन के अंत में, यदि आप किसी भी फ्रेंचाइजी के खिलाफ खेलते हैं और जीतते हैं, तो आपको समान अंक मिलते हैं। बेशक, इस बात पर निर्भर करता है कि टीम टेबल पर कहां स्थित हैं, यह बिंदु थोड़ा अधिक मायने रख सकता है। लेकिन आपका विचार समान होना चाहिए। आप प्रदर्शन करते रहना चाहते हैं और प्रत्येक टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।’
धोनी के लिए जीतना मायने रखता है
उन्होंने कहा, ‘निजी तौर पर मेरे लिए विरोधी मायने नहीं रखता। खेल जीतना मायने रखता है। यह मामला है चाहे वह मुंबई हो या कोई अन्य फ्रेंचाइजी। लेकिन हां, यह एक चर्चा का विषय है। लोग प्रतिद्वंद्विता के बारे में बात करना पसंद करते हैं और यह पूरे आईपीएल के लिए अच्छा है। जब आप सफलतापूर्वक दो फ्रेंचाइजी के बीच प्रतिद्वंद्विता बनाते हैं, तो यह एक डर्बी गेम की तरह हो जाता है, जहां ए बनाम बी हमेशा एक बड़ा मैच होता है। आप इसके बारे में बात कर सकते हैं, आंकड़ों का उपयोग कर सकते हैं, अतीत को देख सकते हैं। हम 2008 से आईपीएल खेल रहे हैं, इसलिए हमारे पास बहुत सारे आंकड़े हैं।’ सीएसके का अगला गेम 28 मार्च को चेन्नई के चेपक के अपने घरेलू मैदान रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ होगा।
‘इम्पैक्ट प्लेयर के होने से मुझे फायदा नहीं’, धोनी ने कहा- बड़े स्कोर की वजह यह नियम नहीं, बल्कि…
