नई दिल्ली। भारत में ब्राजील के राजदूत केनेथ फेलिक्स हैक्ज़िंस्की दा नोब्रेगा ने इस बात पर जोर दिया कि एकतरफा प्रयासों की वजह से वैश्विक व्यापार परिदृश्य अनिश्चित सा हो गया है। खासकर अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ के बाद। मौजूदा वैश्विक आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए भारत और ब्राजील गहरे द्विपक्षीय सहयोग के जरिए नए अवसरों में बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं। टैरिफ से जुड़ी चुनौती को देखते हुए हम व्यापार चुनौतियों को नए अवसरों में बदल सकते हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पिछली बातचीत का जिक्र करते हुए, राजदूत नोब्रेगा ने कहा कि दोनों नेता वैश्विक व्यापार के मामले में अनिश्चितताओं के बीच एक दीर्घकालिक स्ट्रैटेजिक रोडमैप तैयार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पिछले दिनों भारत और ब्राजील पर भारी टैरिफ लगाने के बीच राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा ने 2 दिन पहले गुरुवार को पीएम मोदी से टेलीफोन पर बात की थी। बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और लोगों के बीच संबंधों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई थी।
दोनों नेताओं के बीच एक घंटे चली बातचीत
समाचार एजेंसी IANS से इंटरव्यू के दौरान भारत में ब्राजील के राजदूत नोब्रेगा ने कहा, “राष्ट्रपति लूला ने पीएम मोदी से इस अनिश्चित आर्थिक माहौल में आपसी द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं पर एक घंटे से ज्यादा समय तक चर्चा की। इन एकतरफा उपायों की वजह से वैश्विक व्यापार परिदृश्य अनिश्चित हो गया है। बातचीत इस बात पर केंद्रित रही कि इन चुनौतियों को हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए नए अवसरों में कैसे बदला जाए।”
‘भारत ने 10 सालों में शानदार काम किया’
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की ब्रासीलिया यात्रा पर, उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक यात्रा थी, अगर मैं गलत नहीं हूं तो 20 सालों में यह पहली राजकीय यात्रा थी। इस यात्रा का ब्राजील की मीडिया में व्यापक कवरेज से खासतौर से प्रभाव पड़ा। इस यात्रा के दौरान लिए गए फैसलों के परिणामस्वरूप बहुत ही अहम संयुक्त वक्तव्य भी जारी किया गया था।”
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की भूमिका और भारत के जारी विकास के काम को लेकर नोब्रेगा ने कहा, “भारत का मूल्यांकन करना ब्राजील का काम नहीं है, लेकिन पिछले 10 सालों में हमने जो देखा है उसमें वास्तव में शानदार रहा है। यहां विकास, वृद्धि और सामाजिक प्रगति तेजी से हुई है। हालांकि, इस बारे में फैसला देना ब्राजील का काम नहीं है।”
‘फार्मास्युटिकल्स-तेल के क्षेत्र में सहयोग’
दोनों देशों के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के बारे में पूछे जाने पर, राजदूत नोब्रेगा ने कहा, “फार्मास्युटिकल्स, जैसे क्षेत्र में भारत की तकनीक ब्राजील को बहुत लाभ पहुंचा सकती है। इसके बदले में, ब्राजील गहरे समुद्र में तेल अन्वेषण में अपग्रेड तकनीक मुहैया करा सकता है, जिसे हमने तैयार किया है। इसके अलावा एक अन्य अहम क्षेत्र रक्षा है, जहां दोनों देश अपने-अपने रक्षा उद्योगों को और विकसित करने के लिए संयुक्त उद्यम बना सकते हैं। ये कुछ उदाहरण हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य कई हैं।” भारत और ब्राजील के बीच खेती के महत्व के बारे में ब्राजीलियन राजदूत नोब्रेगा कहते हैं, “खेती के 2 रास्ते हैं। पहला, ब्राजील बुनियादी खाद्य पदार्थों जैसे खाद्य सुरक्षा में योगदान के लिए भारत को दालें और खाद्य तेल की आपूर्ति को तैयार है। दूसरा, कम ज्ञात मार्ग तकनीकी सहयोग है, क्योंकि दोनों देश उष्णकटिबंधीय कृषि उत्पादों के प्रमुख उत्पादक हैं, जिससे टेक्नोलॉजी के आदान-प्रदान के कई अवसर मिलते हैं।”
व्यापार चुनौतियों को नए अवसरों में बदल सकते हैं भारत और ब्राजील, टैरिफ विवाद पर बोले ब्राजीलियन राजदूत
