नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। संयुक्त राष्ट्र में शांति स्थापना अभियानों पर चल रही चर्चा के दौरान जब पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे को उठाया तो भारत के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने तुरंत जवाब दिया।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान द्वारा की गई टिप्पणियों के जवाब में भारत ने आरओआर (राइट ऑफ रिप्लाई) का इस्तेमाल किया है। पाकिस्तान ने एजेंडे को अनावश्यक रूप से भटकाने की कोशिश की है। हम यह बताना चाहते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।
त्रिवेदी ने आगे कहा, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हाल ही में अपने इलेक्टोरल अधिकार का प्रयोग किया और एक नई सरकार का चुनाव किया। संयुक्त राष्ट्र के अगस्त फोरम का उपयोग इस प्रकार की गैर-मौलिक और भ्रामक शर्तों का उल्लेख करने में नहीं किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र में शांति स्थापना अभियानों पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की भागीदारी 1948 में जम्मू-कश्मीर में शुरू हुई थी। इस दावे को खारिज करते हुए भारत ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान का कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुधांशु त्रिवेदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ विदेश नीति के कारण संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को मजबूत और मुखर बना रही है।