लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में नाइट शिफ्ट के दौरान नर्स से रेप का मामला सामने आया है। आरोपी हॉस्पिटल का ही ओटी टेक्निशियन है। आरोप है कि मेडिकल सामान लेने के बहाने वह नर्स को स्टोर रूम में ले गया। वहां नर्स का मुंह दबाकर उसे दबोच लिया। फिर उससे रेप किया। घटना ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के एसकेवाई हॉस्पिटल की है।
पीड़िता का आरोप है कि रेप के बाद ओटी टेक्निशियन ने जान से मारने की धमकी दी। अगले दिन जब इसकी शिकायत अस्पताल के मालिक से की तो उसने गंदे सवाल पूछे और बेइज्जत करके पीड़िता को नौकरी से निकाल दिया। शनिवार को नर्स ने पुलिस केस दर्ज कराया और मामले की जांच शुरू की गई।
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव की रहने वाली 25 साल युवती पारा इलाके में किराए पर रहती है। वह ठाकुरगंज रिंग रोड पर स्थित एसकेवाई हॉस्पिटल में करीब 3 महीने से स्टाफ नर्स का काम करती है। पीड़िता ने बताया कि 18 नवंबर को उसकी नाइट ड्यूटी थी। रात करीब 11 बजे अस्पताल में एक सीरियस केस आया। अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन निखिल ने मेडिकल सामान लेने के बहाने उसे अपने साथ ले गया। अस्पताल के सेकेंड फ्लोर पर स्टोर रूम के सामने ही ओटी टेक्नीशियन का कमरा है। आरोप है कि स्टोर रूम पहुंचने पर निखिल ने स्टाफ नर्स को दबोच लिया। आरोपी फिर नर्स का मुंह दबाकर धक्का देते हुए उसे अपने कमरे में ले गया। कमरे में आरोपी ने पीड़िता के साथ रेप किया। विरोध करने पर आरोपी ने पीड़िता की पिटाई की और किसी से कुछ कहने पर जान से मारने की धमकी दी।
अस्पताल मालिक ने नौकरी से निकाला
घटना के बाद डरी-सहमी नर्स अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर आई। अगले दिन पीड़िता ने निखिल की शिकायत अस्पताल के मालिक कमलेश अग्रवाल से की। आरोप है अस्पताल मालिक और उसके भाई राजेश अग्रवाल ने पीड़िता से ही आपत्तिजनक सवाल किए। पीड़िता का कहना है कि उन्होंने बेइज्जत करके मुझे ही नौकरी से निकाल दिया। अस्पताल से भगा दिया। पीड़िता ने इसके बाद भी अस्पताल मालिकों से कई बार शिकायत की, लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परेशान होकर पीड़िता ने आरोपितों के खिलाफ ठाकुरगंज थाने की रिंग रोड चौकी पर तहरीर दी। थाना प्रभारी श्रीकांत राय ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।