गूगल लगातार अपने करोड़ों यूजर्स के लिए एक के बाद एक नए नए फीचर्स को पेश कर रहा है। हाल ही में कंपनी ने अपने मैसेज ऐप में एक नया फीचर रोल आउट किया है जो अश्लील तस्वीरें ऑटोमैटिक ब्लर कर देता है। पिछले साल के एंड में पहली बार घोषित की गई यह सुविधा सेंसिटिव कंटेंट का पता लगाने और यूजर्स द्वारा ऐसे मीडिया को देखने, भेजने या फॉरवर्ड करने से पहले चेतावनी जारी करने के लिए ऑन-डिवाइस AI का इस्तेमाल करता है। सेंसिटिव मटेरियल अलर्ट सिस्टम सिक्योर डिजिटल कम्युनिकेशन को बढ़ावा देने के लिए गूगल की व्यापक पहल का हिस्सा है।
गूगल सर्वर पर नहीं भेजा जाएगा डेटा
Android सिस्टम के SafetyCore सपोर्टेड टेक्नोलॉजी को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सभी कंटेंट एनालिसिस डिवाइस पर होता है जिसका मतलब है कि कोई भी फोटो डेटा या पहचान जानकारी गूगल सर्वर पर नहीं भेजी जाएगी। इससे न सिर्फ यूजर्स की प्राइवेसी बनी रहेगी बल्कि उन्हें जोखिम भरे इंटरैक्शन से भी बचाया जा सकेगा।
गूगल का कहना है कि ये अलर्ट 18 साल से कम आयु के यूजर्स के लिए डिफॉल्ट तौर से चालू है, लेकिन गूगल मैसेज सेटिंग के जरिए इसे मैन्युअल बंद भी किया जा सकता है। जबकि एडल्ट्स के लिए यह सुविधा ऑप्ट-इन है और मैन्युअल तौर से ऑन किए जाने तक बंद रहती है।
दिखाई देंगे ये दो ऑप्शन
बता दें कि गूगल का ये नया सिक्योरिटी सिस्टम किसी अश्लील फोटो को सेंड और फॉरवर्ड करने से पहले एक्टिव हो जाता है। ऐसे में अगर कोई ऐसा कंटेंट डिटेक्ट होता है तो इसके बाद यूजर्स को एक मैसेज दिखाई देगा जिसमें यूजर्स से पूछा जाएगा कि ‘Yes, send’ और ‘No, don’t send’ का ऑप्शन मिलेगा। इस पॉप-अप मैसेज के साथ यूजर्स को अश्लील कंटेंट सेंड करने से पहले एक पॉज मिलेगा।
ऐसे कर सकते हैं फीचर को कंट्रोल
हालांकि अभी तक, यह फीचर सिर्फ फोटो बेस्ड कंटेंट तक लिमिटेड है और वीडियो पर लागू नहीं होता है। यह सिर्फ तभी काम करता है जब फोटो को Google मैसेज के शेयर किया जाता है। हालांकि इस सुविधा की घोषणा अक्टूबर में की गई थी। शुरुआती टेस्टिंग से पता चलता है कि इसे आप सेटिंग – मैसेज> Safety and Security> मैनेज सेंसिटिव कंटेंट वॉर्निंग्स में जाकर कंट्रोल कर सकते हैं।