जनपद में चल रहे डायरिया से डर नहीं कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
पीएसआई इंडिया व केनव्यू के सहयोग से चलाया जा रहा कार्यक्रम
फिरोजाबाद। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और केनव्यू के सहयोग से चलाये जा रहे ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम की समीक्षा बैठक बुधवार की देर शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम बदन राम ने कहा कि शून्य से पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाने के लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जनपद में 31 जुलाई तक चलने वाले डायरिया रोको अभियान (स्टॉप डायरिया कैम्पेन) में भी डायरिया से डर नहीं कार्यक्रम से मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों में डायरिया की शीघ्र पहचान हो जाए और समय से ओआरएस का घोल और उम्र के मुताबिक़ निर्धारित मात्रा में जिंक का टेबलेट दिया जाए तो डायरिया से बच्चों को सुरक्षित बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष तक के बच्चों की होने वाली कुल मृत्यु का एक प्रमुख कारण डायरिया भी है। इस अभियान का लक्ष्य दस्त के कारण होने वाली बच्चों की मृत्यु की दर को शून्य पर लाना है। डायरिया के प्रति जनजागरूकता के लिए ही जनपद के 63 प्रमुख स्थानों पर दीवार लेखन कराया गया है। स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओआरएस कार्नर बनाये जा रहे हैं ताकि लोगों को इसकी महत्ता आसानी से समझ में आ सके। आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम और महिला आरोग्य समिति की सदस्यों का अभिमुखीकरण भी किया जा रहा है ताकि वह घर-घर जाकर लोगों में डायरिया के प्रति जागरूकता की अलख जगा सकें और उन्हें समय से ओआरएस और जिंक का टेबलेट मुहैया करा सके। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हंसराज सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. आलम, अर्बन हेल्थ कोआर्डिनेटर प्रबल प्रताप सिंह और पीएसआई इंडिया प्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।