तेल अवीव, एजेंसी। मध्य पूर्व में इस समय हालात नाजुक बने हुए हैं। इजराइल के गाजा, सीरिया और लेबनान पर हमले जारी हैं, वहीं अमेरिका यमन ईरान समर्थित हूती पर हमले कर रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है, अगर उसने क्षेत्र में उसके या उसके अलाय इजराइल के खिलाफ कोई भी कदम उठाया तो उसपर सीधा हमला हो सकता है। इन सभी खतरों के बाद ईरान ने एक अंडर ग्राउंड ‘मिसाइल सिटी’ का प्रदर्शन किया है। जिसके जरिए वह अचानक मिट्टी से दुश्मन की बर्बादी का तूफान उठा सकता है।
ईरान की सरकारी मीडिया की ओर से जारी किए गए एक नए वीडियो में मिसाइलों का भंडार दिखाया है, वीडियो में ईरान के हथियार कार्यक्रमों के लिए जिम्मेदार दो ईरानी सैन्य नेता हथियारों से भरी सुरंग से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में भयावह संगीत हैं, 85 सेकंड का यह वीडियो बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच पब्लिश किया गया है और जिससे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि ईरान किसी हमले का सामना कर सकता है और जवाब दे सकता है। लेकिन ईरानी गतिरोध हमले की क्षमताओं को दिखाने के लिए बनाया गया यह वीडियो एक बड़ी कमजोरी को भी उजागर करता है।
हथियारों का दिखा भंडार
इस वीडियों में ईरान ने अपने उन्नत हथियारों का प्रदर्शन किया है। जिनके जरिए वह मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिका के सभी एसेसिस्ट्स को निशाना बना सकता है। अमेरिका और इजराइल की धमकियों के बाद ईरान के ओर से वीडियो जारी करने को जानकार एक बड़े युद्ध की तैयारी के रूप में देख रहे हैं।
वीडियो में दिखी ईरानी की कमजोरी
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ़ स्टाफ़ मेजर जनरल मोहम्मद होसैन बाघेरी और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एयरोस्पेस फोर्स (IRGC-AF) के कमांडर अमीर अली हाजीज़ादेह ने ईरान की कुछ सबसे खतरनाक मिसाइलों और रॉकेटों को दिखाया। इनमें ख़ैबर शेकन, ग़दर-एचएस, सेजिल्स और हज कासेम के साथ-साथ पावेह लैंड अटैक क्रूज़ मिसाइलें भी शामिल हैं। ईरान ने पिछले साल इजराइल पर हमले में इनमें से कई हथियारों का इस्तेमाल किया था।
इन हथियारों को रखने के तरीके में एक बड़ी समस्या है। बम और मिसाइलों को लंबी सुरंगों और बड़े भूमिगत कमरों में रखा जाता है, जिनमें विस्फोटों को रोकने के लिए मजबूत दरवाजे या दीवारें नहीं होती हैं। अगर कोई हमला करता है, तो इससे विस्फोटों की एक बड़ी श्रृंखला बन सकती है, जिससे नुकसान बहुत ज़्यादा हो सकता है।
यह हैरान करने वाले है क्योंकि ईरान के अन्य गुप्त भूमिगत हथियार भंडारण स्थान, विशेष रूप से वे जो मिसाइलों को लॉन्च करते हैं, आमतौर पर इस तरह के बड़े विस्फोट को रोकने के लिए किसी प्रकार की सुरक्षा रखते हैं। लेकिन इस सूरंग से लग रहा है कि सैफ्टी के इंतजाम नहीं किया गए हैं।
अमेरिका कर रहा स्थिती मजबूत
अमेरिका मध्य पूर्व क्षेत्र में अपनी सेना की मौजूदगी मजबूत कर रहा है। रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने अमेरिकी नौसेना के यूएसएस कार्ल विंसन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को आदेश दिया वहां यह यूएसएस हैरी एस। ट्रूमैन के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में शामिल हो जाएगा, जिसकी तैनाती मध्य पूर्व में हेगसेथ ने हाल ही में बढ़ाई है। इस बात के भी संकेत हैं कि हिल एयर फोर्स बेस से एक दर्जन एफ-35 हाल ही में इस क्षेत्र में पहुंचे हैं।
अचानक मिट्टी से उठेगा दुश्मन की बर्बादी का तूफान…ईरान ने बना रखा है हथियारों का कब्रिस्तान
