नई दिल्ली, एजेंसी। टीसीएस अब भले ही देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी हो, लेकिन देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी नहीं रही। इसका अहम कारण कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट और वैल्यूएशन में कमी आना है। टीसीएस को पीछे छोड़कर एचडीएफसी बैंक दूसरे पायदान पर आ गया है। खास बात तो ये है कि टीसीएस के शेयर मे मौजूदा साल यानी दो महीनों में 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। अब जबकि 6 महीनों में कंपनी के शेयर 23 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। जिसकी वजह से कंपनी के मार्केट कैप को भी मोटा नुकसान हुआ है।
एक हफ्ते में बड़ी गिरावट
पिछले हफ्ते भी टीसीएस को सबसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। कंपनी के शेयर में 6। 68 फीसदी का का नुकसान देखने को मिला है। जिसकी वजह से कंपनी के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार एक हफ्ते में कंपनी के शेयर में 249। 10 रुपए की गिरावट आ चुकी है। जबकि शुक्रवार को कंपनी का शेयर 134। 55 रुपए यानी 3। 72 फीसदी की कटौती देखने को मिली है। मौजूदा समय में कंपनी के शेयर दाम 3,478 रुपए पर आ चुके हैं।
रिकॉर्ड लेवल से कितना नीचे
टीसीएस का शेयर 4,592। 25 रुपए के साथ 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गया था। जो मौजूदा समय में 3,478 रुपए पर दिखाई दे रहा है। तब से अब तक कंपनी के शेयरों में 1,114। 25 रुपए की गिरावट देखने को मिल चुका है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर में रिकॉर्ड 24 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है। वहीं बीते एक साल में कंपनी के शेयर करीब 15 फीसदी नीचे आ चुके हैं। जिसकी वजह से कंपनी को बड़ा नुकसान हो रहा है।
नहीं रही देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी
शेयरों में लगातार गिरावट की वजह से कंपनी की वैल्यूएशन में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। खास बात तो ये है कि कंपनी की वैल्यूएशन अब इतनी कम हो गई है कि वो देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के पायदान से नीचे खिसकर तीसरे पायदान पर आ गई है। आंकड़ों को देखें तो कंपनी को पिछले एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और कंपनी का मार्केट कैप 13 लाख करोड़ रुपए से नीचे आ गया। जिसकी वजह से कंपनी देश की सबसे बड़ी कंपनी के पायदान पर आ गई। जबकि एचडीएफसी बैं दूसरे पायदान पर पहुंच गया। बैंक का मार्केट कैप अभी 13 लाख करोड़ रुपए के ऊपर बना हुआ है।