नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम चल रहा है, जिसकी आज आखिरी तारीख है। हालांकि चुनाव आयोग इसकी डेट एक बार फिर बढ़ाने पर विचार कर रहा है। सैद्धांतिक रूप से आयोग यूपी में दो सप्ताह की अवधि बढ़ाने को तैयार है। आज दोपहर तक आयोग यूपी समेत अन्य राज्यों में एसआईआर प्रक्रिया की अवधि बढ़ाने की घोषणा करेगा।
चुनाव आयोग अगर उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों की अवधि 14 दिन के लिए बढ़ाता है, तो लोग 11 दिसंबर की जगह 25 दिसंबर तक नाम जुड़वा सकेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव आयोग यूपी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में भी डेडलाइन बढ़ा सकता है। इससे पहले आयोग ने केरल के लिए आखिरी तारीख 11 दिसंबर से बढ़ाकर 18 दिसंबर कर दी थी।
यूपी में अब तक 90 प्रतिशत से ज्यादा फॉर्म बांटे जा चुके हैं। इसके अलावा 80 फीसदी वोटर फॉर्म को भरकर जमा भी कर चुके हैं। यही वजह है कि अभी काफी काम बचा हुआ है। चुनाव आयोग इसी को देखते हुए फैसला ले सकता है।
एक बार पहले भी बढ़ाई जा चुकी है डेडलाइन
चुनाव आयोग ने 30 नवंबर को एसआईआर की समय सीमा एक हफ्ते के लिए बढ़ा दी थी। उस समय आयोग की तरफ से कहा गया था कि जिन राज्यों में एसआईआर का काम हो रहा है। उनकी अंतिम मतदाता सूची 14 फरवरी को जारी की जाएगी।
कहां-कहां हो रहा एसआईआर?
एसआईआर का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की छंटनी करना है, जिसमें डुप्लीकेट नाम हटाना, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम निकालना और नए योग्य मतदाताओं (18 वर्ष से ऊपर) को शामिल करना शामिल है। इसके तहत बूथ-स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं। देशभर के 12 राज्यों में एसआईआर का काम किया जा रहा है। इसके तहत 50 करोड़ मतदाताओं की छानबीन की जाएगी। हालांकि चुनाव के इस फैसले पर जमकर विरोध भी देखने को मिला था।

