वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका का पू्र्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि उनका मानना है कि हालिया मिसाइल हमले के जवाब में इजराइल को ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति ने उत्तरी कैरोलिना में एक अभियान कार्यक्रम में बोलते हुए डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन से पूछे गए एक सवाल का जिक्र किया।
इजराइल का ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाए जाने की संभावना के बारे में ट्रंप ने कहा कि जब उन्होंने उनसे यह सवाल पूछा, तो उनका जवाब होना चाहिए था, पहले परमाणु हमला करना और बाकी के बारे में बाद में चिंता करना।
दरअसल ईरान के मिसाइल अटैक के बाद पश्चिमी देशों के नेताओं ने इजराइल से संयम बरतने की अपील की थी, वरना ईरान पर एक बड़े हमले की आशंका जताई जा रही थी। अगर बात ईरान पर हमले की हो तो इजराइल के पास कई विकल्प हैं। इसमें सैन्य, आर्थिक या यहां तक कि न्यूक्लियर टारगेट के खिलाफ हमले शामिल हो सकते हैं। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्होंने बेंजामिन नेतन्याहू सरकार से कहा था कि अमेरिका जंग का समर्थन नहीं करेगा।
अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर किया हमला
अमेरिकी की सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर शुक्रवार को हमला कर उनकी हथियार प्रणालियों, अड्डों और अन्य उपकरणों को निशाना बनाया। अमेरिकी अधिकारियों ने इस हमले की पुष्टि की।यमन के हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है।अधिकारियों के अनुसार, हूती विद्रोहियों के पांच स्थानों पर स्थित विभिन्न ठिकानों पर सैन्य विमानों और युद्धपोतों के जरिए बमबारी की गई।
सैन्य अड्डा कथीब पर हमला
इससे पहले की खबरों में कहा गया था कि हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमलों में ब्रिटेन भी शामिल था। लेकिन बाद में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में ब्रिटेन शामिल नहीं था। हूती मीडिया में जारी खबरों में बताया गया कि प्रमुख बंदरगाह शहर होदेदा के हवाई अड्डे तथा हूती नियंत्रण वाले सैन्य अड्डे कथीब पर सात हमले किए गए।
सैन्य अभियान तेज करने की धमकी
इसमें बताया गया कि यमन की राजधानी सना के सेयाना क्षेत्र में चार तथा धमार प्रांत में दो हमले किए गए।हूती मीडिया कार्यालय ने बताया कि सना के दक्षिण-पूर्व में बायदा प्रांत में भी तीन हवाई हमले किए गए। अमेरिकी सेना ने ऐसे समय में ये हमले किए हैं जब कुछ ही दिन पहले हूती विद्रोहियों ने यमन में एक अमेरिकी सैन्य ड्रोन को मार गिराने के बाद इजराइल में सैन्य अभियान तेज करने की धमकी दी थी।