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5 Jun 2025, Thu

ग्रीनलैंड और पनामा नहर को पाने के लिए अड़े डोनाल्ड ट्रंप, मिलिट्री एक्शन के लिए भी तैयार

वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दोहरा रहे हैं कि वह पनामा और ग्रीनलैंड पर अपना कंट्रोल चाहते हैं. ट्रंप ने ग्रीनलैंड पर कब्जा करने और पनामा नहर पर फिर से नियंत्रण पाने के लिए सैन्य या आर्थिक दबाव का इस्तेमाल करने की संभावना से इनकार नहीं किया है। उन्होंने मंगलवार को अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका का नया मैप शेयर करते हुए कनाडा को अमेरिका का हिस्सा बनाया है।
संभावित दबाव के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, “मैं आपको इन दोनों में से किसी पर भी भरोसा नहीं दिला सकता, लेकिन मैं यह कह सकता हूं, हमें आर्थिक सुरक्षा के लिए इनकी जरूरत है।” ट्रंप का सपना पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर कब्जा करना है। ये सब हो गया तो फिर अमेरिका क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाएगा।
ट्रंप के दावे की आलोचना
ट्रंप की टिप्पणियों पर डेनमार्क, कनाडा और पनामा ने तीखी आलोचना की है। डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने कहा कि ग्रीनलैंड एक स्वशासित क्षेत्र है, जिसे बेचा नहीं जा सकता। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन के हवाले से कहा गया है, “मुझे नहीं लगता कि वित्तीय साधनों के साथ एक-दूसरे से लड़ना एक अच्छा तरीका है, जबकि हम करीबी सहयोगी और साझेदार हैं।”
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने ट्रंप की टिप्पणियों को ‘पूरी तरह से समझ की कमी’ बताया और कहा, “हम धमकियों के सामने कभी पीछे नहीं हटेंगे।” पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा ने भी ट्रंप की बयानबाजी को खारिज करते हुए कहा, “नहर को नियंत्रित सिर्फ पनामा करेगा और यह इसी तरह आगे भी जारी रहेगा। अमेरिका ने 1999 तक पनामा नहर का निर्माण और रखरखाव किया, उसके बाद इसे पनामा सरकार को सौंप दिया गया।

पनामा और ग्रीनलैंड को लेकर ट्रंप ने क्या कहा?
पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मैं ये सुनिश्चित करना चाहता हूं पनामा और ग्रीनलैंड पर हमारा अधिकार हो। दोनों ही अमेरिका के लिए अहम हैं और जरूरत पड़ी तो सैन्य कार्यवाही से इनकार नहीं किया जा सकता। पनामा नहर हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है, पनामा नहर अमेरिका की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए बेहद अहम है। चीन पनामा नहर पर अपनी मौजूदगी को लगातार बढ़ा रहा है, जो अमेरिका के लिए खतरे की घंटी है।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।

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