नई दिल्ली, एजेंसी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस युग में पांच में से एक आईटी निर्णयकर्ता को एआई और मशीन लर्निंग से जुड़े टैलेंट को खोजने में परेशानी आती है।
लेटेस्ट रिपोर्ट एडवांस स्किल जैसे एआई और मशीन लर्निंग से जुड़े टैलेंट को लेकर एक बड़ी कमी को उजागर करती है।
ट्रांसफॉर्मेटिव लर्निंग एक्सपीरियंस प्लेटफॉर्म स्किलसॉफ्ट की रिपोर्ट से पता चला है कि आईटी निर्णयकर्ता साइबर सिक्योरिटी और इंफोर्मेशन सिक्योरिटी जैसी भूमिकाओं की हायरिंग के लिए भी परेशानी झेल रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एआई/एमएल आईटी निर्णयकर्ताओं के लिए शीर्ष निवेश प्राथमिकता बनी हुई है क्योंकि वे लगभग 30 दक्षताओं में टीम के सदस्यों के बीच इस स्किल सेट को सबसे कम रैंक देते हैं।
5,100 से अधिक वैश्विक आईटी निर्णयकर्ताओं और पेशेवरों पर आधारित वार्षिक रिपोर्ट, आईटी उद्योग की स्थिति की जांच करती है और तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल रखने के लिए कार्यबल को अपस्किलिंग और रीस्किलिंग की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। लगभग 65 प्रतिशत आईटी निर्णयकर्ताओं ने कहा कि उनकी टीमों में कौशल (स्किल) की कमी है, जबकि 72 प्रतिशत मौजूदा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें दूर करने की योजना बना रहे हैं।
स्किलसॉफ्ट की मुख्य सूचना अधिकारी ओरला डेली ने कहा, इस वर्ष ने यह दिखाया है कि जब टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री की बात आती है, तो परिवर्तन और निरंतर अनुकूलन की आवश्यकता होती है।हमारी रिपोर्ट वर्तमान संगठनात्मक प्राथमिकताओं और कौशल आवश्यकताओं पर प्रकाश डालती है। साथ ही रिपोर्ट इस बारे में बताती है कि लीडर्स और आम व्यक्ति बेहतर व्यावसायिक परिणाम प्राप्त करने के लिए सीखने के अवसरों को कैसे अपना सकते हैं।
डेली ने आगे कहा, एआई टेक्नोलॉजी वर्कप्लस में इस्तेमाल होती जा रही है। इसी के साथ साइबर सिक्योरिटी टैलेंट और लीडरशिप स्किल की मांग बढ़ रही है। यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि संगठन कौशल निर्माण के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाएं। इसमें न केवल समग्र प्रशिक्षण कार्यक्रमों में निवेश करना शामिल है, बल्कि नए कौशल को व्यवहार में लाने के अवसरों के साथ निरंतर सीखने और इनोवेशन को बढ़ावा देना भी शामिल है।
रिपोर्ट कौशल कार्यक्रमों की प्रभावशीलता में बड़े अंतरों को दिखाती है। आईटी के लगभग एक चौथाई (22 प्रतिशत) निर्णयकर्ताओं ने अपने संगठन की प्रतिभा विकास पहलों से असंतोष व्यक्त किया।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि आईटी पेशेवरों को इन-पर्सन और इंस्ट्रक्टर-लेड सेशन ज्यादा प्रभावी लगते हैं। इसके बाद ऑनलाइन, इन-पर्सन ट्रेनिंग और ऑनलाइन-इंस्ट्रक्टर-लेड ऑप्शन्स पसंद आते हैं, जो कस्टमाइज ट्रेनिंग मेथड की जरूरत को दर्शाता है।