वॉशिंगटन। अमेरिका के कैलिफोर्निया में चीनो हिल्स में मौजूद बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) के मंदिर में अज्ञात लोगों द्वारा तोड़फोड़ की गई है। जिसने हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को उजागर किया है और मंदिरों की सुरक्षा करने में नाकाम हो रही अमेरिकी पुलिस पर कई सवाल उठाए हैं।
BAPS में हुई तोड़फोड़ के बारे में ‘BAPS पब्लिक अफेयर्स’ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया, “एक और मंदिर अपवित्र किया गया। इस बार यह घटना कैलिफोर्निया में चीनो हिल्स में हुई है। हिंदू समुदाय नफरत के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है। चीनो हिल्स और दक्षिणी कैलिफोर्निया में समुदाय एक साथ है और हम कभी नफरत को जड़ नहीं जमाने देंगे।” पोस्ट में ये भी कहा गया है कि हमारी साझा मानवता और आस्था यह तय करेगी कि शांति एवं करुणा कायम रहे।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
मंदिर पर हुए इस हमले का भारत सरकार ने भी खुलकर विरोध किया है। विदेश मंत्रालय ने रविवार को इस ‘घृणित कृत्य’ की कड़े शब्दों में निंदा की है। एक आधिकारिक बयान में मंत्रालय ने स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों से इन कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और पूजा स्थलों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।
जांच की मांग की
उत्तरी अमेरिका में हिंदू धर्म के लिए काम करने वाले वाले संगठन ‘द कोएलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ ने पहले हुई इस प्रकार की घटनाओं की ओर ध्यान दिलाया और गहन जांच की मांग की है।’ संगठन ने ‘एक्स’ पर कहा, “एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई, इस बार कैलिफोर्निया के चीनो हिल्स में प्रतिष्ठित BAPS मंदिर में। क्या अब भी मीडिया और शिक्षाविद यह कहेंगे कि हिंदुओं के प्रति कोई नफरत नहीं है और ‘हिंदूफोबिया’ सिर्फ हमारी कल्पना की उपज है।” पोस्ट में संगठन ने लिखा है, “ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह तब हुआ जब लॉस एंजिलिस में तथाकथित ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ का दिन नजदीक आ रहा है।” संगठन ने 10 मंदिरों के नाम सार्वजनिक किए और दावा किया कि पिछले कुछ सालों में तोड़फोड़ की गई या उन्हें अपवित्र करने की घटनाएं हुई हैं।
पहले भी हो चुका है मंदिर पर हमला
ये कोई पहली घटना नहीं है सितंबर में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में BAPS हिन्दू मंदिर को अपवित्र कर दिया गया था और दीवार पर नारे लिखकर कहा गया ‘हिन्दुओं वापस जाओ!’। अभी जांच में पता नहीं लग पाया है कि इसकी आरोपी कौन है। सैक्रामेंटो की घटना से करीब 10 दिन पहले न्यूयॉर्क के मेलविले में एक और बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर को अपवित्र किया गया था और घृणा फैलाने वाले संदेश लिखे गए थे। न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी।