लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने होली को लेकर सख्त निर्देश जारी किया है। उन्होंने संवेदनशील स्थानों पर अधिकारीयों को खुद भ्रमण करने का निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की नई परंपरा शुरू करने की अनुमति न दी जाए। होलिका दहन के समस्त स्थानों का भ्रमण एवं आयोजकों से गोष्ठी की जाए।
डीजीपी ने कहा कि सभी धर्म के धर्मगुरूओं, शान्ति समितियों तथा अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ पुलिस अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट द्वारा गोष्ठी की जाए। मिश्रित आबादी के क्षेत्रों, जुलूस के मार्गों एवं कम्युनल हॉटस्पॉट पर पर्याप्त जनशक्ति की तैनाती, सीसीटीवी व ड्रोन कैमरा से चेकिंग की जाए।
24X7 सोशल मीडिया की निगरानी
डीजीपी ने निर्देश किया कि होली और रमजान के कार्यक्रम जहां एक स्थान और एक समय पर हो, वहां आयोजकों से बातचीत कर पूर्व से योजना बनाकर समुचित पुलिस प्रबंध किया जाए। 24X7 सोशल मीडिया के प्रत्येक प्लेटफार्म पर निगरानी रखी जाए, आपत्तिजनक/भ्रामक पोस्ट का तुरंत संज्ञान लेकर त्वरित वैधानिक कार्यवाही की जाए। पोस्टर पार्टी एवं मार्निंग चेकिंग टीम का गठनकर उनको नियमित रूप से निकाला जाए। भीड़-भाड़ के स्थल एवं महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर नियमित रूप से बीडीएस टीम, स्निफर डॉग्स द्वारा चेकिंग कराई जाए।
DGP ने कहा कि पूर्व की घटनाओं के आधार पर हॉटस्पॉट चिन्हित कर समुचित पुलिस प्रबंध किया जाए। संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर जोन/सेक्टर स्कीम में पुलिस व्यवस्थापन किया जाए। दंगा नियंत्रण योजना का पूर्वाभ्यास एवं दंगा निरोधक उपकरणों की गुणवत्ता, उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए।
14 मार्च को होली और जुमे की नमाज
14 मार्च को होली है और इस दिन शुक्रवार भी है यानी जुमे की नमाज अदा की जाएगी। हाल ही में सीएम योगी ने एक बयान में कहा था कि पहले होली खेली जाएगी फिर होगी जुमे की नमाज होगी। इस दौरान उन्होंने संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान का भी जिक्र किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि जुम्मे की नमाज हर सप्ताह में होती है लेकिन होली साल में एक बार होती है। संभल का वो अधिकारी पहलवान रहा है तो उनका बयान भी उसी हिसाब का है।