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12 Jul 2025, Sat

भारत के एनएसई और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच समझौता

नई दिल्ली, एजेंसी। भारत और साइप्रस के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। जिसके तहत भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिसके तहत दोनों देशों की कंपनियां एक दूसरे के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो सकेंगी। इससे दोनों देशों के बीच वित्तीय रिसर्च और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने बताया कि इस समझौते से यूरोपीय कंपनियों के भारत के साथ जुड़ाव में इजाफा होगा और निवेश भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जून को साइप्रस दौरे पर रहे। उस दौरान उन्होंने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ बैठक की। इस बैठक में बैंकिंग, वित्तीय संस्थानों, विनिर्माण, रक्षा, रसद, समुद्री, शिपिंग, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर बात हुई।
कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा
साइप्रस की की निवेश फंड मैनेजर कंपनी BAO लिमिटेड ने बताया कि उन्होंने अपने फ्लैगशिप फंड में से 10 करोड़ डॉलर भारत में निवेश के लिए रखे हैं। इस पैसे को पब्लिक इक्विटीज, उभरती हुई तकनीक और मेक इन इंडिया पहल में निवेश किया जाएगा। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत के नागरिक उड्डयन, बंदरगाह, जहाज निर्माण, डिजिटल भुगतान और हरित विकास क्षेत्रों में विकास ने साइप्रस की कंपनियों के लिए भारत के साथ साझेदारी करने के असंख्य अवसर खोले हैं।
यूपीआई सेवा शुरू करने पर बनी सहमति
एनआईपीएल और यूरोबैंक साइप्रस के बीच दोनों देशों में भुगतान के लिए यूपीआई शुरू करने पर भी सहमति बनी है। इससे पर्यटकों और व्यवसायों को आसानी होगी। भारत-ग्रीस-साइप्रस के बीच व्यापार और निवेश परिषद की शुरुआत का भी पीएम मोदी ने स्वागत किया। इसके जरिए शिपिंग, रसद, नवीकरणीय ऊर्जा, नागरिक उड्डयन और डिजिटल सेवाओं जैसे क्षेत्रों में त्रिपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

By Aryavartkranti Bureau

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