जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। बेंगलुरु में नौकरी करने वाले अतुल सुभाष ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। उन्होंने जान देने से पहले सुसाइड नोट और 90 मिनट का एक वीडियो छोड़ा है, जिसमें अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न और उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का आरोप लगाया है। दुनिया को अलविदा कहने से पहले उन्होंने जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर घूसखोरी और उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने आत्महत्या से पहले वीडियो में सारे आरोप लगाए हैं। इसे लेकर अब सोसल मीडिया पर खूब हंगामा हो रहा है। लोग अतुल के लिए जस्टिस की मांग कर रहे हैं। इस बीच सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में पत्नी और उसके परिजनों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
अतुल की मां का रोकर बुरा हाल, पिता ने कहा- हमें न्याय दिलाइए
अतुल के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने न्यूज18 से बात की है, पर मां का रो रो कर बुरा हाल है। पिता ने कहा कि हमारे लड़के को न्याय दिलाए। जज ने गलत धाराएं लगाईं, लेकिन हमारे बच्चे की बात को नहीं माना। पूरे परिवार पर ऐसी-ऐसी धारा लगाई है कि हम कोर्ट के चक्कर काटते-काटते परेशान हो गए। पैसा लूटना था बस। मेरा लड़का हमें देख कर बहुत परेशान होता था। मेरी बहु कभी 2 दिन भी हमारे साथ नहीं रही। मेरा लड़का हम लोगों की परेशानी देखकर ऐसा कर लिया। कानून व्यवस्था इतनी गंदी है कि मैं बता नहीं सकता। एक सवाल छोड़ गया है कि कम से कम कानून व्यवस्था सुधर जाए। इतनी बड़ी पोस्ट पर था कोई ये दिन देखने के लिए अपने बच्चे की शादी करता है क्या? हम लोगों को कभी पोते से मिलने नहीं दिया गया।
अतुल सुभाष केस में जानिए आरोपी नंबर 1, 2 और 3 कौन?
बेंगलुरु पुलिस ने मारतहल्ली थाना क्षेत्र में टेकी अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में मुख्य आरोपी अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया है। उनके परिवार वालों पर भी केस दर्ज किया गया है। अतुल की सास निशा सिंघानिया को आरोपी नंबर 2 बनाया गया है जबकि अतुल के साले अनुराग सिंघानिया का नाम आरोपी नंबर 3 है। निशा के चाचा सुशील सिंघानिया इस मामले में चौथे आरोपी हैं। पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुला सकती है।
भाई बिकास कुमार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। सभी आरोपियों ने अतुल पर झूठे केस दर्ज कराए थे और मामले को रफा-दफा करने के लिए 3 करोड़ रुपये मांगे थे। एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि निकिता ने अतुल से उसके बेटे से मिलने की इजाजत देने के लिए ₹30 लाख की मांग की थी।
जज पर कितने लाख रिश्वत मांगने का आरोप?
अतुल सुभाष की शादी जौनपुर की निकिता सिंघानिया से हुई थी। शादी के कुछ साल बाद ही निकिता बेंगलुरु से जौनपुर आ गईं और पति अतुल सुभाष के खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न, घरेलु हिंसा, हत्या के प्रयास, समेत 9 केस दर्ज करवा दिए थे। अतुल ने वीडियो में बताया कि वह बेंगलुरु से 120 बार पेशी के लिए जौनपुर पहुंचे। तमाम एविडेंस के बावजूद फैमिली कोर्ट में उनकी सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं जज के पेशकार ने उनसे 3 लाख की रिश्वत भी मांगी। रिश्वत न देने पर उनके खिलाफ फैसला सुना दिया गया।
जौनपुर में अतुल सुभाष के ससुराल वालों ने मीडिया से नहीं की बात
जब पत्नी निकिता के घर पहुंचकर मामले की जानकारी चाही तो उन्होंने साफ़ कहा कि कैमरा बंद करो, फोटो मत खींचो और जाओ यहां से। अतुल सुभाष की ससुराल जौनपुर के नगर कोतवाली थाना के रूहट्टा मोहल्ले में है। स्व मनोज सिंघानिया की निकिता सिंघानिया से अतुल संभाष की शादी हुई थी। निकिता के घर पर पहुंची न्यूज 18 की टीम के सामने कोई परिजन या उससे संबंधित कैमरे पर कुछ भी बताने से मना कर दिया। फोटो और वीडियो बनाने से भी मना कर दिया।
‘मेरी अस्थियों को गटर में बहा देना’
90 मिनट के वीडियो में अतुल सुभाष ने एक ऐसी बात कही है, जिस पर सोशल मीडिया के लोगों की निगाह अधिक पड़ गई। सुभाष ने वीडियो में कहा, ‘जब तक मुझे प्रताड़ित करने वालों को सजा नहीं मिल जाती तब तक मेरी अस्थियों का विसर्जन न हो। अगर इतने सबूत होने के बाद भी अगर कोर्ट उन्हें सजा नहीं देती तो मेरी अस्थियों को वहीं गटर के सामने बहा दिया जाए।’