हॉलीवुड फिल्मों के सुपर हीरो की टीम एवेंजर्स का एक किरदार है एंटमैन, जिसकी दुनिया पूरी तरह क्वांटम फिजिक्स पर निर्भर करती है। वैसे तो यह एक कल्वना है और किरदार है, लेकिन गूगल ने जो कारनामा कर दिखाया है, उससे लगता है कि भविष्य में यह कल्पना साकार हो सकती है। गूगल ने हाल में एक ऐसी चिप बनाई है, जो क्वांटम फिजिक्स की गणनाओं को चुटकियों में हल कर देगी। कंपनी का दावा है कि धरती पर मौजूद बड़े से बड़ा सुपर कंप्यूटर भी जो कैलकुलेशन युगों में नहीं कर सकता, उसे यह चिप सिर्फ 5 मिनट में कर दिखाएगी।
गूगल के दावे की मानें तो उसकी नई चिप विलो में दो सबसे बड़ी खासियत है। पहली तो यह चिप उस समस्या का हल खोजने में सफल रहेगी, जिसे क्वांटम सेक्टर में पिछले 30 साल से नहीं सुलझाया जा सका है। दूसरी, इस चिप के जरिये किसी ऐसी गणना को सिर्फ 5 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जिसे करने में अभी धरती के किसी बड़े से बड़े सुपर कंप्यूटर को भी युगों लग जाते हैं। साधारण भाषा में कहें तो इस यूनिवर्स यानी की ब्रह्मांड की जितनी उम्र है, उससे भी ज्यादा समय सुपर कंप्यूटर को लग जाएगा इस क्वांटम कैलकुलेशन को पूरा करने में जिसे गूगल की नई चिप सिर्फ 5 मिनट में कर दिखाएगी।
10 साल लग गए इसे बनाने में
गूगल ने 10 साल पहले विलो चिप को बनाने की शुरुआत की थी, जिसके लिए साल 2012 में गूगल क्वांटन एआई की स्थापना हुई थी। गूगल के सामने चैलेंज था कि क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में त्रुटियां होने का बहुत चांस रहता है, जिसे दूर करने के लिए ही यह चिप बनाई गई है। दरअसल, क्वांटम कंप्यूटिंग में जैसे ही क्यूबिट्स को जोड़ा जाता है, उसमें त्रुटियां आनी शुरू हो जाती हैं। गूगल का दावा है कि उसकी चिप में क्यूबिट्स को जोड़ने पर त्रुटियां खत्म होनी शुरू हो जाएंगी और इसमें रियल टाइम में इसे सुधारने की भी क्षमता है।
मल्टीवर्स को समझना होगा आसान
अभी तक आपने हॉलीवुड फिल्मों में ही मल्टीवर्स का नाम सुना होगा, लेकिन गूगल की यह चिप अगर 10,000,000,000,000,000,000,000,000 साल की गणना को महज 5 मिनट में पूरा कर देगी तो इससे ब्रह्मांड को समझना और आसान हो जाएगा। इसके जरिये मेडिकल और वैज्ञानिक खोज में आसानी होगी तो लोगों के लिए यूजफुल एआई ऐप बनाए जा सकेंगे, जो उन्हें रियल टाइम की कैलकुलेशन उपलब्ध कराएगा।