नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर एक मुस्लिम मौलवी ने रमजान के पवित्र महीने में ‘रोजा नहीं रखने’ को लेकर निशाना साधा है। मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा कि शमी ने रोजा न रखकर गुनाह किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि रोज़ा (उपवास) अनिवार्य कर्तव्यों में से एक है। अगर कोई स्वस्थ पुरुष या महिला रोज़ा नहीं रखता है, तो वह बड़ा अपराधी है। उन्होंने कहा कि भारत के एक प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद शमी ने मैच के दौरान पानी या कोई अन्य पेय पदार्थ पी लिया। लोग उन्हें देख रहे थे।
बरेलवी ने आगे कहा कि अगर वह खेल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि वह स्वस्थ हैं। ऐसी हालत में उन्होंने रोज़ा नहीं रखा और पानी भी पी लिया। इससे लोगों में गलत संदेश जाता है। रोज़ा न रखकर उन्होंने गुनाह किया है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। शरीयत की नजर में वह अपराधी हैं। उन्हें खुदा को जवाब देना होगा। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल मैच के दौरान शमी का जूस पीते हुए एक क्लिप वायरल हुआ था।
विवाद के बावजूद, शमी ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया और अपने पहले सात ओवरों में केवल 27 रन दिए। अपने अनुभव का उपयोग करते हुए, उन्होंने गति, लाइन और लंबाई में विविधता के साथ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को चकमा दिया और 10 ओवरों में 3/48 के आंकड़े के साथ समाप्त किया। मोहम्मद शमी ने स्वीकार किया कि भारत के अकेले प्रमुख तेज गेंदबाज होने के नाते उन पर काफी जिम्मेदारी है लेकिन वह अपनी लय हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम की जरूरतों पर खरे उतर सकें। चोट से उबरकर वापसी करने वाले शमी ने चोटिल जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी मेंचैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान हर्षित राणा या हार्दिक पंड्या के साथ नयी गेंद संभाली।
Mohammed Shami Roza Controversy: ‘शरीयत की नजर में वह अपराधी, उन्हें खुदा को देना होगा जवाब’, एनर्जी ड्रिंक पीने पर भड़के मौलाना
