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29 Apr 2025, Tue

गैजेट्स में कार्बन फुटप्रिंट को कैसे कम करें? ध्यान रखें ये 5 बातें

ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज के इस दौर में हममें से हर किसी की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम अपना कार्बन फुटप्रिंट कम से कम रखें। आसान शब्दों में कहें तो आप और हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कितना प्रदूषण फैलाते हैं, यही हमारा कार्बन फुटप्रिंट होता है। कार्बन फुटप्रिंट का एक बड़ा संबंध हमारी आदतों से भी हैं। गैजेट्स को लेकर हम फुटप्रिंट कैसे कम कर सकते हैं, इसके लिए ये टिप्स काम आ सकती हैं :
‘ट्रिपल आर’ का मंत्र अपनाएं… ‘ट्रिपल आर’
यानी रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल। ये छोटा-सा मंत्र अगर आप अपनी जीवनशैली में ले आएं तो पर्यावरण के लिए भी अच्छा होगा, आपकी जेब के लिए भी बेहतर होगा और आपका कार्बन फुटप्रिंट कम होगा, सो अलग। तो जब भी खरीदें, ऐसा खरीदें जो लंबे वक्त तक साथ दें, यानी बार-बार न खरीदना पड़े, मतलब खरीदी मंे ‘रिड्यूस’ करें। जब गैजेट बदलने का मूड करें तो उसे अपने घर के किसी सदस्य या किसी जरूरतमंद को दे दीजिए, ताकि वह ‘रियूज’ हो सके। और जब वो फोन या डिवाइस खराब हो जाए तो उसे अथोराइज्ड शोरूम में जाकर ‘रिसाइकल’ होने के लिए दे दीजिए।
पॉवर मैनेजमेंट करें…
एनर्जी सेविंग फीचर्स का यथासंभव इस्तेमाल करें। जैसे अपने फोन, लैपटॉप, टीवी में एनर्जी सेवर मोड को हमेशा ऑन करके रखें। इससे टीवी के मामले में स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रहती है। इससे 2 फायदे होते हैं। पहला, ब्राइटनेस कम होने के कारण आंखों पर जोर कम पड़ेगा और दूसरा, स्क्रीन पर ब्राइटनेस कम होगी तो बिजली की खपत कम होगी। बिजली बचाने से आपका कार्बन फुटप्रिंट खुद-ब-खुद ही कम होगा। इसके अलावा अगर आपको लगता है कि अगले कुछ घंटों तक गैजेट की कोई जरूरत नहीं पड़ने वाली है तो उसे टर्न ऑफ कर दीजिए। इससे भी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिलेगी।
चार्जिंग की अच्छी आदत डालें…
सबसे पहले तो यह सुनिश्चित करें कि आप हमेशा क्विक या फास्ट चार्जर का इस्तेमाल कर रहे हैं, यानी वह डिवाइस को फटाफट चार्ज कर देता है। इसका फायदा यह होगा कि बिजली बचेगी और बिजली बचाने का मतलब है आप अपना कार्बन फुटप्रिंट कम कर रहे हैं। इसके अलावा हमेशा इस बात को आदत में उतारें कि जब भी मोबाइल या अन्य कोई गैजेट चार्ज हो जाए तो चार्जर को तुरंत अनप्लग कर दें। इससे न केवल बैटरी की लाइफ बढ़ेगी, डिवाइस के फटने का खतरा कम होगा, बल्कि कार्बन फुटप्रिंट भी घटेगा।

इको-फ्रेंडली एक्सेसरीज का यूज करें…

हमेशा ऐसी एक्सेसरीज ही चुनें जो एनर्जी की दक्षता को बढ़ाने वाली हो। जैसे स्मार्ट पावर स्ट्रिप का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्मार्ट पावर स्ट्रिप उन चीजों को अपने आप डिसेबल कर देगाी, जिनकी आपको इस समय जरूरत नहीं है। जैसे अगर आप टीवी को टर्न ऑफ करते हैं तो स्मार्ट स्ट्रिप आपके टीवी से कनेक्टेड कई चीजों जैसे गेम कंसोल, होम थिएटर कम्पोनेंट्स, डीवीडी प्लेयर आदि को डिस्कनेक्ट कर देगी। इसी तरह हमेशा उन केसेस और कवर का चयन करें जो सस्टेनेबल मटेरियल्स से बने होते हैं।
हर साल ई-वेस्ट का हिस्सा ना बनें…
हर साल नया गैजेट लेने की आदत बदलें। ऐसा करके आप ना सिर्फ कई बार अपनी कमाई फूंकते हैं, बल्कि फीचर के बहाने छोटे-मोटे बदलाव के नाम पर आप ठगे भी जाते हैं। हर साल नया डिवाइस लेने की आदत पर्यावरण पर बहुत भारी पड़ती है। अगर आप हर साल नया फोन खरीदते हैं और पुराना फोन घर में किसी को दे देते हैं, तब भी 4-5 सालों में आपके परिवार में सबके पास काम चलाने लायक अच्छा फोन होगा और उसके बाद आप जो भी नया खरीदेंगे, वो हर दिन बढ़ते ई-वेस्ट का हिस्सा ही बनेगा।

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