लखनऊ। नगर निगम कार्यकारिणी की सोमवार को प्रस्तावित बैठक पदाधिकारियों के अनुपस्थित रहने के कारण नहीं हो सकी। कार्यकारिणी के 12 सदस्यों में से सिर्फ दो बैठक के लिए पहुंचे। नगर निगम कार्यकारिणी में भाजपा के 10 सदस्य हैं जिसमें से सिर्फ दो पहुंचे। वहीं, सपा के दो सदस्य हैं और दोनों ही अनुपस्थित रहे। बैठक न होने बजट नहीं पास हो सका।
इस पर महापौर सुषमा खर्कवाल ने नाराजगी जताई और इसे अनुशासनहीनता करार दिया। उन्होने कहा कि कार्रवाई के लिए नगर अध्यक्ष को पत्र लिखेंगी। कहा कि जो लोग बैठक में नहीं आए हैं वो अपना विकास करना चाहते हैं नगर का विकास नहीं चाहते हैं। वहीं, पार्षदों का कोटा भी डेढ़ से तीन करोड़ रुपये करने की मांग की गई थी। बैठक की अगली तारीख 18 मार्च रखी गई है।
हालांकि, कार्यकारिणी के सदस्य भृगु नाथ शुक्ला, उमेश सनवाल, अनुराग मिश्रा अन्नू, मुकेश सिंह मोंटी, अनूप कमल सक्सेना और सुरेंद्र वाल्मीकि (सपा) बैठक में शामिल नहीं हुए पर कार्यालय आए थे। भाजपा सदस्यों ने कहा कि हमने नगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा है। मुकेश सिंह मोंटी ने कार्यकारिणी से इस्तीफा देने की बात कही है। बैठक में सदस्यों के न आने का यह पहला मामला है। सदस्यों की अनुपस्थिति को सीधे तौर पर महापौर का विरोध माना जा रहा है।
नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में नहीं पहुंचे पदाधिकारी, नाराज महापौर बोलीं- ये अनुशासनहीनता है
